नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के साइबर पुलिस स्टेशन की टीम ने शादी के लिए इच्छुक हाई प्रोफाइल युवतियों से ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ (Gang duping high profile girls busted) किया है. गैंग का मास्टरमाइंड मैट्रिमोनियल साइट्स के जरिए युवतियों से संपर्क कर उनको शादी का झांसा देता और अलग-अलग बहाने से उनसे पैसे की ठगी किया करता था. पुलिस की टीम ने मास्टरमाइंड को उसी की जाल में फंसा कर उसके एक साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है.
डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान बिहार के मधुबनी के रहने वाले विपिन कुमार झा के रूप में हुई है. डीसीपी ने बताया कि 27 जुलाई को आकृति झा ने साइबर पुलिस स्टेशन में साइबर धोखाधड़ी के संबंध में एक शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि वह एक निजी कंपनी में एचआर मैनेजर के रूप में काम कर रही हैं. शादी के लिए उचित मैच की तलाश के लिए उन्होंने मैट्रिमोनियल साइट Jeevansathi.com पर एक प्रोफाइल/अकाउंट बनाया था. खुद को सेना में कैप्टन बताने वाले बिपिन कुमार झा नाम के एक शख्स ने मैट्रिमोनियल साइट पर उनका विवरण देखने के बाद शादी के लिए उनसे संपर्क किया. कुछ समय बीतने के साथ वे मोबाइल पर एक-दूसरे से बात करने लगे और अच्छे दोस्त बन गए. बाद में बिपिन ने पिता की बीमारी के बहाने उससे आर्थिक मदद मांगी. उस पर विश्वास करते हुए आकृति ने उसे लगभग 2 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. पैसे वापस मांगने पर बिपिन ने टालना शुरू कर दिया और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी.
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शिकायत पर मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई. जांच के दौरान पुलिस टीम बैंक खाते का विवरण निकालने में सफल रही, जिसमें ठगी का पैसा प्राप्त हुआ था. वह खाता राजस्थान के रायपुर निवासी फजल खान के नाम था. राजस्थान के पाली में छापे मारे गए और 17 सितंबर 2022 को फजल खान को गिरफ्तार किया गया. लगातार पूछताछ के दौरान, फजल ने अपना अपराध कबूल कर लिया और बताया कि उसने कमीशन के आधार पर पैसे प्राप्त करने के लिए केवल अपना खाता नंबर दिया था. पूछताछ में उसने मुख्य साजिशकर्ता का नाम बिपिन कुमार झा उर्फ आशु कुमार झा बताया. विपिन के ठिकाने की तलाश शुरू की गई तो पता चला कि वह अक्सर एक शहर से दूसरे शहर जा रहा है. यह भी पता चला कि वह लड़कियों से बात करता था और बाकी समय मोबाइल फोन स्विच ऑफ रखता था. अपने नंबर की ट्रैकिंग से बचने के लिए वह लगातार मोबाइल फोन हैंडसेट भी बदलता था.
मामले की जांच अधिकारी डब्ल्यू/एसआई अनूपलता ने आरोपी बिपिन को पकड़ने के लिए एक चतुराई भरा कदम उठाया. उन्होंने वैवाहिक साइट Shadi.com पर अपनी प्रोफ़ाइल बनाई और बिपिन से संपर्क किया जो उस साइट पर भी उपलब्ध था. अनूपलता ने खुद को उससे शादी करने की इच्छुक लड़की के रूप में पेश किया. जब उन्होंने विपिन को मोबाइल फोन पर व्यस्त किया, तो टीम जयपुर में उसकी लोकेशन ट्रैक करने में सफल रही. तुरंत वह अपनी टीम के साथ जयपुर चली गईं और बिपिन के साथ बात करती रहीं. आखिरकार, टीम तकनीकी निगरानी के आधार पर 20 अक्टूबर को राजस्थान के जयपुर के एक रेस्तरां से आरोपी को पकड़ने में सफल रही.
उसके सामान की तलाशी में उसके पास से सामान के साथ सेना की वर्दी बरामद हुई. लगातार पूछताछ करने पर उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और आगे खुलासा किया कि उसके पिता एक रिटायर्ड फौजी हैं. उसने 10वीं तक पढ़ाई की है. उसने बताया कि समान प्रकृति के साइबर धोखाधड़ी की कहानियों से प्रभावित होकर, वह साइबर अपराध की इस शैली में चला गया. वह ऐसी साइटों से संभावित लड़की/उम्मीदवारों के नाम छांटता था और उनसे शादी के लिए संपर्क करता था. जब लड़की प्रस्ताव में रुचि दिखाती है, तो वह विश्वास / संबंध विकसित करने के लिए ऐसी लड़कियों के साथ अक्सर बात करता था. इसके बाद किसी न किसी बहाने आकस्मिकता दिखाते हुए पैसे मांगता और पैसे लेने के बाद संपर्क तोड़ लेता था.
इस मामले की पीड़िता आकृति झा से संपर्क कर खुद को सेना में कैप्टन बताकर पैसे के लिए ठगी की गई. उसने बताया कि वह वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में तैनात है और उसे अपने गंभीर रूप से बीमार पिता के इलाज के लिए बिहार जाना है. उसने आगे खुलासा किया कि वह राजस्थान के पाली के ब्यावर में एफएस एंटरप्राइजेज, ई-मित्र की दुकान में काम करता था, जिसका मालिक फजल खान था. फैजल खान को कमीशन देकर वह उसके अकाउंट पैसे मंगवाया करता था .
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