नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस से पहले सेवा सप्ताह मनाए जा रहे हैं. इसी को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक ने यूके मोरल सेवा संघ के सहयोग से यमुना विहार में एक स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया.
बता दें कि शिविर में ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, फिजियोथेरेपी, फिजिशियन के साथ ही दांतों की जांच और आंखों की जांच अनुभवी डॉक्टरों की टीम के द्वारा की गई. साथ ही निःशुल्क दवाओं के अलावा निःशुल्क चश्मे भी लोगों को बड़ी संख्या में वितरित किए गए.
इस मौके पर डॉ. यूके चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की पहल पर मनाए जा रहे सेवा सप्ताह के तहत हर वर्ग से जुड़े लोग अपने-अपने स्तर से जनसेवा कर रहे हैं. आज हर तरफ बदलाव की बयार चल रही है. यकीनन यह बदलाव आने वाले समय मे दिल्ली में भी दिखाई देगा.
'केजरीवाल को शर्म आनी चाहिए'
डॉक्टर चौधरी ने कहा कि दिल्ली सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी बड़ी उपलब्धियां बताती है, पर सच यह है कि उन्होंने सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में कुछ कमरें बनाने और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सड़क किनारे अपने बड़े बड़े होर्डिंग वाले मोहल्ला क्लिनिक बनाने का काम किया है. जीटीबी जैसे अस्पताल में एक बेड पर तीन तीन मरीज हैं, केजरीवाल को शर्म आनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि सरकार यह मोहल्ला क्लिनिक लोगों को कुछ भी फायदा पहुंचा रहे होते तो उनके कैंप में मरीजों की इतनी संख्या नहीं पहुंचती. दिल्ली सरकार के दावे पूरी तरह से खोखले हैं.
आंखों की समस्या से ज्यादा परेशान हैं लोग
डॉ. चौधरी ने बताया कि उनके हर कैंप में एक बात तो देखने में आई है कि आंखों के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा होती है, उनकी कोशिश होती है कि मरीजों की आंखों की जांच के साथ-साथ उन्हें फ्री चश्मों का भी वितरण किया जाए.