नई दिल्ली: तिमारपुर इलाके में बीते शनिवार को राशन दुकान पर मंत्री और विधायक पंकज पुष्कर ने छापेमारी की थी. उस दौरान विधायक पर दुकानदारों ने हमला कर दिया था. मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है.
'चुनाव के लिए चंदा मांग रहे थे'
राशन विक्रेताओं का आरोप था कि तिमारपुर के विधायक पंकज पुष्कर ने वहां राशन दुकान वालों से रिश्वत की मांग की थी. जिसे देने से दुकानदारों ने मना कर दिया तो डराने के लिए उन्होंने खाद्य आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन व अधिकारियों की रेड डलवाई. उस दौरान स्थानीय लोगों के साथ धक्का-मुक्की को विधायक ने अपने ऊपर हमला बताकर सहानुभूति बटोरने की कोशिश की. जबकि मामला बिल्कुल उलट है. विधायक राशन दुकानदारों से चुनाव के लिए चंदा मांग रहे थे. जिसे देने से इनकार करने पर उनके खिलाफ रेड कराई गई.
हालांकि जो उस समय की जो वीडियो सामने आई थी उसमें साफ दिख रहा था कि भीड़ विधायक को मार रही है. विधायक अपने आदमियों के साथ किसी तरह जान बचाकर भागे थे.
'वितरण में कभी कोई परेशानी नहीं हुई'
दिल्ली सरकार राशन डीलर संघ के अध्यक्ष शिव कुमार गर्ग कहते हैं कि जब से खाद्य सुरक्षा कानून लागू हुआ है तब से राशन वितरण में कभी कोई परेशानी नहीं हुई है. दिल्ली की सभी राशन दुकानें सुबह 9 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक खुली रहती है. कोई भी राशन उपभोक्ता परेशान नहीं होता. पहले कभी छापेमारी या औचक निरीक्षण होता था तो उसका एक आधार होता था कि अमुक राशन दुकान पर गड़बड़ी हो रही है. लेकिन ऐसे कोई भी शिकायत अब नहीं आ रही.
'चंदा देने की दबाव डालते हैं'
शिव कुमार गर्ग ने कहा कि उसके बावजूद आम आदमी पार्टी के नेता कभी पार्टी के नाम पर तो कभी अपने चुनाव खर्च के नाम पर चंदा देने की दबाव डालते हैं और उनकी मांग नहीं पूरी करने पर भी उसे परेशान करते हैं. राशन डीलर एसोसिएशन ने अपनी शिकायत मुख्यमंत्री को सौंपी है और विधायक पंकज पुष्कर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
बता दें कि शनिवार को आम आदमी पार्टी के तिमारपुर से विधायक पंकज पुष्कर जब वह राशन की दुकानों पर निरीक्षण करने पहुंचे थे तो उनके साथ राशन माफियाओं ने मार-पीट किया था. इस हमले का वीडियो भी सामने आया था.