नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर्स काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. ऐसे में दिल्ली स्टेट पैरामेडिकल टेक्निकल एम्पलाइज फेडरेशन (DSPTEF) के आहवान पर आज दिल्ली के सभी अस्पताल के पैरामेडिकल स्टाफ के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. ये प्रदर्शन स्टाफ ने सरकार से उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए किया.
कोरोना शहिदों का नहीं हुआ जिक्र
दिल्ली स्टेट पैरामेडिकल टेक्निकल एम्पलाइज फेडरेशन के महासचिव जय प्रकाश ने बताया कि आज के हालात में स्वास्थ कर्मचारियों की सेवा और खतरे का सरकार आंकलन नहीं कर पा रही है. वहीं उत्कृष्ठ सेवा प्रदान करने के उपरांत भी उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया जा रहा हैं. जिस कारण कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो रहा है. आप सब को ज्ञात होगा कि अभी हाल ही में हमारे कोरोना वॉरियर्स वरिष्ठ तकनीकी कर्मचारी चरण सिंह, शदेवेंद्र एवं जगपरवेश डागर ने अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करते हुए मरीजों के हित में अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए. फिर भी दिल्ली सरकार की तरफ से अब तक इन महान कोरोना शहिदों का उल्लेख तक नहीं किया गया और ना ही किसी प्रकार की सहायता राशि की घोषणा की गई है. बता दें कि दिल्ली सरकार ने एक करोड़ धन राशि देने का ऐलान किया था.
स्टाफ ने की ये मांग
इस प्रदर्शन के दौरान सरकार से मांग रखी गई कि पैरामेडिकल कोरोना शहिद को सरकार द्वारा घोषित 1 करोड़ रुपये की राशि जल्द से जल्द प्रदान की जाए. साथ ही अस्थाई पैरामेडिक्स स्टाफ को भी मेडिकल कार्ड कि सुविधा प्रदान की जाए. पैरामेडिकल स्टाफ की कमी को देखते हुए स्टाफ की भर्ती की जाए. कोराना ड्यूटी में तैनात स्टाफ को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन की सुविधा दी जाए. कोराना काल में सभी अस्पताल के स्टाफ के लिए विशेष ओपीडी में भर्ती की सुविधा दी जाए. साथ ही स्टाफ की मांग है कि उन्हें समय पर छुट्टी दी जाए. पिछले कई महीनों से उन्हें छुट्टी नहीं मिल रही है.