नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली की साइबर पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को निवेश में मोटी कमाई के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने गैंग में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया है. डीसीपी डॉक्टर जॉय टिर्की ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान दिल्ली के पीरागढ़ी निवासी अजय(33) और मुकेश(37) के रूप में हुई है.
डीसीपी ने बताया कि संगीता नाम एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे व्हाट्सएप के माध्यम से एक ऑफर मिला. जिसमें उन्हें पैसे निवेश कर यूट्यूब लिंक को लाइक करने का झांसा देकर जाल में फंसाया गया. उनसे टेलीग्राम ग्रुप में शामिल होने के लिए कहा गया और बाद में सौंपे गए कार्य को पूरा करने और अच्छी कमाई करने के नाम पर 45 हजार रुपये की ठगी कर ली गई. जांच के दौरान एक पुलिस टीम ने उस कथित बैंक खाते का पता लगाया, जिसमें धोखाधड़ी की राशि स्थानांतरित की गई थी.
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आगे की जांच और जुटाई गई खुफिया जानकारी के आधार पर अजय को उसके साथी मुकेश के साथ गिरफ्तार कर लिया गया. लगातार पूछताछ करने पर, उन्होंने खुलासा किया कि वे अपने एक सहयोगी के मार्गदर्शन में सिंडिकेट के रूप में काम कर रहे थे. वे कुछ फर्जी फर्मों को पंजीकृत करते थे और उनका जीएसटी पंजीकरण संख्या प्राप्त करते थे. जीएसटी नंबर के आधार पर वे विभिन्न बैंकों में कई करंट अकाउंट खोलते थे.
इन खातों का इस्तेमाल सिंडिकेट द्वारा ठगी की गई राशि को हड़पने के लिए किया जा रहा था. जांच के दौरान, विभिन्न बैंकों में अब तक 14 ऐसे चालू खातों की पहचान की गई है. पुलिस टीम को एक दिन में कुल 3 करोड़ 45 लाख 39 हजार 415 रुपये का लेनदेन भी मिला. अब तक, यह पाया गया है कि आरोपियों की अंतर-राज्यीय साइबर सिंडिकेट ने लगभग 23 व्यक्तियों (जो एनसीआरपी पोर्टल पर पंजीकृत हैं) को कई करोड़ रुपये का धोखा दिया है. मामले में आगे की जांच जारी है.