नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली विधानसभा की माइनॉरिटी कमेटी के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे से प्रभावित लोगों के लिए एक सब कमेटी बनाई है. जिसमें एमएलए अब्दुल रहमान, हाजी यूनुस और प्रह्लाद साहनी शामिल हैं. सब कमेटी को दिल्ली वक्फ बोर्ड से कुछ कर्मचारी और जिम्मेदार साथी दिए गए हैं. सब कमेटी उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा से प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के साथ पीड़ितों से मिलकर सर्वे कर अपनी रिपोर्ट चेयरमैन को सौंपेगी.
गठित सब कमेटी के सदस्य व सीलमपुर विधायक अब्दुल रहमान ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. अब्दुल रहमान ने कहा कि भारत के इतिहास में अब तक 48 हजार सांप्रदायिक दंगे हुए, लेकिन उन्होंने अब तक नहीं सुना कि कोई ऐसा मुख्यमंत्री भी है. जिसने दंगों के दौरान किसी भी तरह के जान-माल का नुकसान झेलने वाले प्रभावित को मुआवजा दिया हो. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब भी इसी फिक्र में लगे हुए हैं कि कोई भी ऐसा दंगा प्रभावित न छूट जाए जिसका नुकसान हुआ हो. उसे मुआवजा न मिला हो.
दंगा प्रभावित लोगों के लिए बनाई गई कमेटी
सीलमपुर विधायक अब्दुल रहमान का कहना है कि मुख्यमंत्री ने इस पर संज्ञान लेते हुए दिल्ली विधानसभा की माइनॉरिटी कमेटी को ये सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी दंगा प्रभावित ऐसा न बचे, जिसे मुआवजा न मिल सका हो. इसका आंकलन करने को बनाई गई सब कमेटी ने अपना काम शुरू कर दिया है.
सब कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान ने का कहना है कि दिल्ली दंगों के दौरान जिसका भी नुकसान हुआ है. दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तमाम लोगों को मुआवजा दिया. दंगों के दौरान चाहे किसी का मकान जला हो, मकान लुटा हो, दुकान जली हो, दुकान लुटी हो, किसी भी तरह की चोट लगी हो या फिर जान चली गई हो, सबको मुआवजा दिया है.
सब कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान ने बताया कि दंगों के दौरान कुल 53 लोगों की जान गई. जिनमें से 47 लोंगों के आश्रितों को मुआवजा दिया जा चुका है. जबकि छह मृतकों की पहचान नहीं होने पर मुआवजा नहीं दिया जा सका. मुख्यमंत्री ने खुद इसका संज्ञान लेते हुए दिल्ली विधानसभा की माइनॉरिटी कमेटी को कहा कि दंगों के दौरान कोई भी पीड़ित हो हिंदू, मुसलमान, सिख या ईसाई उसका नुकसान हुआ है उसे मुआवजा मिलना चाहिए.
सब कमेटी सर्वे कर चेयरमैन को सौंपेगी रिपोर्ट
बता दें कि बीते शुक्रवार को ही चेयरमैन अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली विधानसभा में कमेटी की मीटिंग ली. जिसमें उत्तर-पूर्वी और शाहदरा जिल के डीएम और संबंधित एसडीएम भी शामिल हुए. मीटिंग में ही सहीराम की अध्यक्षता में सब कमेटी बनाई गई. ये कमेटी हिंसा से प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के साथ पीड़ितों से मिलकर सर्वे कर अपनी रिपोर्ट चेयरमैन को सौंपेगी.