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जमीनी विवाद में बदमाशों ने घेरकर मारी गोली, अस्पताल में हुई मौत - चौहान पट्टी

सोनिया विहार इलाके की चौहान पट्टी में पिछले दिनों जमीनी विवाद को लेकर एक शख्स को गोली मार दी गई. जिसका इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई.

जमीनी विवाद को लेकर बदमाशों ने बाबूराम को मारी गोली, etv bharat
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Published : Sep 4, 2019, 3:23 PM IST

नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी जिले के सोनिया विहार इलाके में पड़ने वाली चौहान पट्टी में पिछले दिनों जमीनी विवाद में एक शख्स को गोली मार दी. अस्पताल में कई दिन इलाज के बाद मंगलवार को इसकी मौत हो गई.

जमीनी विवाद को लेकर बदमाशों ने बाबूराम को मारी गोली

फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर वारदात में शामिल आरोपियों की तलाश कर रही है. वहीं परिजनों का कहना है कि वारदात में शामिल आरोपी दबंग और पैसे वाले हैं. ऐसे में पुलिस वारदात में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. वहीं पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया.

गोली मारकर फरार हुए बाइक सवार
जानकारी के मुताबिक मृतक बाबूराम अपने पूरे परिवार के साथ करावल नगर इलाके में रहते थे, जबकि इनकी जमीन चौहान पट्टी इलाके में है. गत 29 अगस्त को बाबूराम अपने खेतों से करावल नगर स्थित घर की तरफ लौट रहे थे, तभी चौहान पट्टी में दो बाइक पर सवार चार लोगों ने उन्हें घेर लिया और गोलियां बरसा दी. उसके बाद मौके से फरार हो गए.

प्रीतम को पुलिस ने किया गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस उन्हें अस्पताल ले गई, जहां उपचार के बाद मंगलवार को उसकी मौत हो गई. बाबूराम पर हुए जानलेवा हमले के मामले में परिजनों की तरफ से चरत सिंह, भरत सिंह और प्रीतम समेत 4 के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मामले में पुलिस ने प्रीतम को घटना के 2 दिन बाद ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि चरत सिंह और भरत सिंह तब से लेकर अब तक फरार चल रहे हैं.

गांव के ही हैं सभी आरोपी
मृतक बाबूराम के भतीजे राजकुमार तोमर ने बताया कि उनकी पैतृक जमीन पर चरत सिंह, भरत सिंह आदि ने कब्जा कर लिया था जिसे लेकर बाबूराम ने कोर्ट में केस डाला हुआ था और वहीं उसकी सुनवाई चल रही है परिजनों की मानें तो आरोपी दबंग प्रवृत्ति के हैं और आपराधिक रिकॉर्ड होने के कारण वह कई बार बाबूराम को इस केस से हट जाने के लिए धमका भी चुके थे. क्योंकि आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं ऐसे में बाबूराम और परिजनों ने इसे हल्के में लिया, लेकिन 29 तारीख की शाम करीब 6 बजे जब बाबूराम अपने घर के लिए लौट रहे थे तभी चौहान पट्टी इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने बाबूराम को घेरकर गोली मार दी.

बाबूराम अकेले ही कर रहे थे कोर्ट केस की पैरवी
परिजनों के मुताबिक बाबूराम का काफी बड़ा परिवार है और जिस जगह लेकर विवाद चल रहा है, वह एक पैतृक जगह है. आरोपी चरत सिंह और भरत सिंह ने उस जगह पर अपना कब्जा जमा लिया.

तड़ीपार भी हो चुके हैं बाबूराम के हत्यारोपी
बाबूराम के करीबी रिश्तेदार ओमपाल तोमर ने बताया कि वारदात में शामिल न केवल भूमाफिया बल्कि वह जबरन सीधे-साधे लोगों की जगहों पर कब्जा कर लेते हैं. इतना ही नहीं कई वारदातों में शामिल चल रहे चरत सिंह को हाल ही में 6 महीने के लिए तड़ीपार भी किया गया था.

नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी जिले के सोनिया विहार इलाके में पड़ने वाली चौहान पट्टी में पिछले दिनों जमीनी विवाद में एक शख्स को गोली मार दी. अस्पताल में कई दिन इलाज के बाद मंगलवार को इसकी मौत हो गई.

जमीनी विवाद को लेकर बदमाशों ने बाबूराम को मारी गोली

फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर वारदात में शामिल आरोपियों की तलाश कर रही है. वहीं परिजनों का कहना है कि वारदात में शामिल आरोपी दबंग और पैसे वाले हैं. ऐसे में पुलिस वारदात में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. वहीं पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया.

गोली मारकर फरार हुए बाइक सवार
जानकारी के मुताबिक मृतक बाबूराम अपने पूरे परिवार के साथ करावल नगर इलाके में रहते थे, जबकि इनकी जमीन चौहान पट्टी इलाके में है. गत 29 अगस्त को बाबूराम अपने खेतों से करावल नगर स्थित घर की तरफ लौट रहे थे, तभी चौहान पट्टी में दो बाइक पर सवार चार लोगों ने उन्हें घेर लिया और गोलियां बरसा दी. उसके बाद मौके से फरार हो गए.

प्रीतम को पुलिस ने किया गिरफ्तार
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस उन्हें अस्पताल ले गई, जहां उपचार के बाद मंगलवार को उसकी मौत हो गई. बाबूराम पर हुए जानलेवा हमले के मामले में परिजनों की तरफ से चरत सिंह, भरत सिंह और प्रीतम समेत 4 के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मामले में पुलिस ने प्रीतम को घटना के 2 दिन बाद ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि चरत सिंह और भरत सिंह तब से लेकर अब तक फरार चल रहे हैं.

गांव के ही हैं सभी आरोपी
मृतक बाबूराम के भतीजे राजकुमार तोमर ने बताया कि उनकी पैतृक जमीन पर चरत सिंह, भरत सिंह आदि ने कब्जा कर लिया था जिसे लेकर बाबूराम ने कोर्ट में केस डाला हुआ था और वहीं उसकी सुनवाई चल रही है परिजनों की मानें तो आरोपी दबंग प्रवृत्ति के हैं और आपराधिक रिकॉर्ड होने के कारण वह कई बार बाबूराम को इस केस से हट जाने के लिए धमका भी चुके थे. क्योंकि आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं ऐसे में बाबूराम और परिजनों ने इसे हल्के में लिया, लेकिन 29 तारीख की शाम करीब 6 बजे जब बाबूराम अपने घर के लिए लौट रहे थे तभी चौहान पट्टी इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने बाबूराम को घेरकर गोली मार दी.

बाबूराम अकेले ही कर रहे थे कोर्ट केस की पैरवी
परिजनों के मुताबिक बाबूराम का काफी बड़ा परिवार है और जिस जगह लेकर विवाद चल रहा है, वह एक पैतृक जगह है. आरोपी चरत सिंह और भरत सिंह ने उस जगह पर अपना कब्जा जमा लिया.

तड़ीपार भी हो चुके हैं बाबूराम के हत्यारोपी
बाबूराम के करीबी रिश्तेदार ओमपाल तोमर ने बताया कि वारदात में शामिल न केवल भूमाफिया बल्कि वह जबरन सीधे-साधे लोगों की जगहों पर कब्जा कर लेते हैं. इतना ही नहीं कई वारदातों में शामिल चल रहे चरत सिंह को हाल ही में 6 महीने के लिए तड़ीपार भी किया गया था.

Intro:उत्तर पूर्वी जिले के सोनिया विहार इलाके में पढ़ने वाली चौहान पट्टी में पिछले दिनों जमीनी विवाद में एक शख्स को गोली मार दी गई, अस्पताल में कई दिन इलाज के बाद मंगलवार को इसकी मौत हो गई पुलिस मामला दर्ज कर वारदात में शामिल आरोपियों की तलाश कर रही है वहीं परिजनों का कहना है कि वारदात में शामिल आरोपी दबंग और पैसे वाले हैं ऐसे में पुलिस वाले वारदात में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार नही कर रही है.पुलिस ने अहव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया.


Body:जानकारी के मुताबिक बाबूराम अपने पूरे परिवार के साथ करावल नगर इलाके में रहते थे जबकि इनकी जमीन चौहान पट्टी इलाके में बताया कि गत 29 अगस्त को यह अपने खेतों से करावल नगर स्थित घर की तरफ लौट रहे थे तभी चौहान पट्टी लाकर में बाइक दो बाइक पर सवार चार लोगों ने उन्हें घेर लिया और इन पर गोलियां बरसा कर मौके से फरार हो गए घटना की जानकारी पाकर पुलिस अस्पताल ले गई जहां उपचार के बाद मंगलवार को इनकी मौत हो गई.
बाबूराम पर हुए जानलेवा हमले के मामले में परिजनों की तरफ से चेहरा सिंह भरत सिंह और प्रीतम समेत ₹4 खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था इस मामले में पुलिस ने प्रीतम को घटना के 2 दिन बाद ही गिरफ्तार कर लिया था जबकि चरत सिंह और भरत सिंह तब से लेकर अब तक फरार चल रहे हैं. मृतक बाबूराम के भतीजे राजकुमार तोमर ने बताया की उनकी पैतृक जमीन पर चरस सिंह भगत सिंह आदि ने कब्जा कर लिया था जिसे लेकर बाबूराम ने कोर्ट में केस डाला हुआ था और वही उसकी सुनवाई चल रही है परिजनों की माने तो आरोपी दबंग प्रवृत्ति के हैं और अपराधिक रिकॉर्ड होने के चलते वह कई बार बाबूराम को इस केस से हट जाने के लिए धमका भी चुके थे. क्योंकि आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं ऐसे में बाबूराम और परिजनों ने इसे हल्के में लिया, लेकिन 29 तारीख की शाम करीब 6:00 बजे जब बाबूराम अपने घर के लिए लौट रहे थे तभी चौहान पट्टी इलाके में बाइक सवार इन चार आरोपियों ने बाबूराम को खेलकर गोली मार दी.

बाबूराम अकेले ही कर रहे थे कोर्ट केस की पैरवी
परिजनों के मुताबिक बाबूराम का काफी बड़ा परिवार है और जिस जगह लेकर विवाद चल रहा है, वह एक पैतृक जगह है. आरोपी चरत सिंह और भरत सिंह ने उस जगह पर अपना कब्जा जमा लिया है और परिवार को आए दिन इस जमीन को लेकर धमका देवी रहते हैं बाबूराम ने गंभीरता से नहीं लिया जान ले लेगा.

तड़ीपार भी हो चुके हैं बाबूराम के हत्यारोपी
बाबूराम के करीबी रिश्तेदार ओमपाल तोमर ने बताया की वारदात में शामिल न केवल भूमाफिया बल्कि वह जबरन सीधे साधे लोगों की जगहों पर कब से कभी कर लेते हैं इतना ही नहीं कई वारदातों में शामिल चल रहे हैं चरण सिंह को हाल ही में 6 महीने के लिए तड़ीपार भी किया गया था.


Conclusion:कहते हैं अक्सर जर जोरू जमीन लड़ाई की जड़ होती है ऐसे ही कुछ सोनिया वे मैं हुए बाबूराम के मर्डर में भी सामने आया पैतृक जमीन पर कब्जे को लेकर चरतसिंह और भरत सिंह के साथ चल चल रहे जमीनी विवाद में बाबूराम को अपनी जान गंवानी पड़ी फिलहाल पुलिस के लिए चुनौती है कि हत्या के मामले में शामिल आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाई जाय.


बाईट 1
राजकुमार तोमर
मृतक का भतीजा

बाईट 2
ओमपाल तोमर
मृतक का रिश्तेदार
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