नई दिल्ली: दिल्ली सरकार स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ स्कूलों में परिजन और शिक्षकों के बीच की दूरी कम करने के लिए लगातार 'मेगा पीटीएम' का आयोजन कर रही है. इसी कड़ी में सर्वोदय विद्यालय जाफराबाद में भी शनिवार को मेगा पैरेंट्स टीचर मीटिंग(पीटीएम) का आयोजन किया गया.
पीटीएम के साथ-साथ लाइब्रेरी मेला
इसके साथ ही इस बार स्कूल में लाइब्रेरी मेले का भी आयोजन किया गया. पीटीएम में पहुंचे परिजनों ने लाइब्रेरी मेले में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. पीटीएम में जहां परिजनों को उनके बच्चे की स्कूल में परफॉर्मेंस के बारे में बताया गया. वहीं परिजन लाइब्रेरी मेले में किताबों को देखकर खासे उत्साहित दिखे.
सरकार का 'मेगा पीटीएम' करने का मुख्य उद्देश्य यही है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के साथ ही शिक्षकों और अभिभावकों के बीच की दूरी को कम किया जाए. साथ ही परिजनों को समय-समय पर ये भी पता लगता रहे कि आखिर उनका बच्चा पढ़ाई लिखाई में कैसा है और किस विषय में उसकी रुचि है. बच्चे किस विषय में कमजोर है इसके बारे में टीचर के साथ बच्चे के परिजनों को भी इस बात की जानकारी हो.
पीटीएम के साथ लाइब्रेरी मेला पहली बार
दिल्ली सरकार के आह्वान पर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मेगा पैरेंट्स टीचर मीटिंग का आयोजन तो समय-समय पर होता रहता है, लेकिन स्कूलों में मौजूद लाइब्रेरी के प्रति परिजनों को जागरूक करने के लिए पहली बार पीटीएम के साथ ही स्कूल प्रांगण में ही लाइब्रेरी मेले का भी आयोजन किया गया.
सिलेबस के साथ मेले में तरह-तरह की किताबें
इस लाइब्रेरी मेले में खासकर सिलेबस के साथ-साथ और दूसरी तरह की हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू के साथ-साथ संस्कृत की किताबों को भी शामिल किया गया. इसके अलावा जनरल नॉलेज, साहित्य और प्रतियोगिता दर्पण जैसी दूसरी किताबें भी शामिल की गई थी. लाइब्रेरी मेले में बहुत सी किताबों को डिस्प्ले के लिए रख गया. जिन्हें बच्चे और परिजन स्कूल समय में पढ़ने के लिए अलॉट करा सकते हैं.
शिक्षा के स्तर को सुधारने की कोशिश जारी
दिल्ली सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है. उसके बावजूद जानकारों का मानना है कि सुधार के लिए सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि स्कूल प्रशासन के साथ परिजनों और बच्चों का भी अहम योगदान होता है. देखना ये होगा कि सरकार की ये योजनाएं दिल्ली में शिक्षा के स्तर को सुधारने में किस हद तक कारगर साबित होती हैं.