नई दिल्लीः उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद इलाके में स्थित मदरसा बाबुल उलूम में कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुए उलेमाओं की एक बैठक हुई, जिसमें सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए वसीम रिजवी का विरोध जताया गया. जमीयत उलेमा हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मौलाना दाउद अमीनी की अध्यक्षता और महासचिव मौलाना जावेद सिद्दीकी के संचालन में हुई इस बैठक में उलेमाओं ने वसीम रिजवी को लेकर अपने अपने ख्यालों का इजहार किया.
महासचिव मौलाना जावेद ने कहा कि वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) ने कुरान की 26 आयतों को निकालकर इसकी डमी प्रधानमंत्री मोदी को भेजकर उसे लागू करने की मांग की है. लिहाजा उलेमाओं का एक डेलिगेशन जल्द प्रधानमंत्री से मिलेगा और इसके लिए उन्हें चिट्ठी भी लिखी जा रही है.
यह भी देखेंः-वसीम रिजवी के बयान पर बोले मौलाना कल्बे जवाद- करो गिरफ्तार
मौलाना दाउद अमीनी ने कहा कि रिजवी पहले भी कई बार मुकद्दस कुरान करीम को लेकर कर विवादित बयान दे चुका है. कुरान को लेकर उसकी यह हरकत मुसलमान किसी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा, इसे लेकर प्रधानमंत्री से मिलकर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराने की मांग की जाएगी. जमीयत उपाध्यक्ष कारी अब्दुस समी ने कहा कि बड़े ही अफसोस की बात है कि एक शख्स किसी धर्म विशेष को बार-बार निशाना बनाता है. उन्होंने रिजवी पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.