नई दिल्ली : दिल्ली दंगे का आरोपी युवक बेल पर रिहा होने के बाद चोरी और स्नेचिंग की वारदात को अंजाम (riots accused was doing theft and snatching) दे रहा था. उत्तर पूर्वी जिले के खजूरी खास इलाके से पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया है. इसकी गिरफ्तारी तब हुई जब वह एक घर में चोरी की वारदात को अंजाम देकर भाग रहा था. इसकी पहचान इमरान के रूप में हुई है. पुलिसकर्मियों ने जब उसको गिरफ्तार किया तो इसके पास से चुराया गया मोबाइल फोन भी बरामद हो गया.
श्रीराम कॉलोनी की घटना: डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि बुधवार को एएसआई राज कुमार और हेड कांस्टेबल सोनू की पुलिस टीम श्रीराम कॉलोनी में गश्त पर थी. इस दौरान उन्होंने "चोर-चोर, पकड़ो-पकड़ो" की आवाज सुनी. एक युवक श्रीराम कॉलोनी की गली संख्या- 14 से पुलिस टीम की ओर भागता दिखा. पुलिस की मौजूदगी को भांपते हुए उसने तुरंत अपना रास्ता बदल लिया और पास की गली में घुस गया. सतर्क पुलिस टीम ने उसका पीछा किया और कुछ ही देर में उसे पकड़ लिया.
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इमरान ने रिजवान के घर से की थी चोरी : पुलिस टीम ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद हुए. इसी बीच चिल्ला रहा व्यक्ति रिजवान भी वहां आ पहुंचा और आरोप लगाया कि मोबाइल फोन उसके घर से चोरी हो गए हैं. उसने इमरान से बरामद किए गए दोनों मोबाइल फोन की पहचान कर ली. उसकी शिकायत पर इमरान के खिलाफ खजूरी खास थाने में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. लगातार पूछताछ करने पर इमरान ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.
जमानत पर जेल से आया था बाहर : पूछताछ में पता चला कि वह दिल्ली दंगों में शामिल रहा है और खजूरी खास में उसके खिलाफ एफआईआर नंबर 103/20 और एफआईआर नंबर 119/20 दर्ज हैं. दोनों मामलों में इसे गिरफ्तार किया गया था. वर्तमान में वह अदालत से जमानत पर है. उसने क्षेत्र में चोरी और स्नेचिंग के कई अन्य मामलों में भी अपनी संलिप्तता का खुलासा किया है. पुलिस आगे की जांच कर रही है.
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