नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाने को लेकर राजकीय शिक्षक संघ ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में राजकीय शिक्षक संघ के महासचिव अजय वीर यादव ने लिखा है कि चुनावों के लिए शिक्षकों को तीन बार ट्रेनिंग दी जाती है. इसके लिए टीचर्स को ट्रेनिंग में हिस्सा लेने की छूट मिलनी चाहिए.
'ट्रेनिंग की मिलनी चाहिए छूट'
चुनाव आयोजित करने को लेकर शिक्षकों को तीन बार ट्रेनिंग दी जाती है. उन्होंने कहा कि ये ट्रेनिंग भी महत्वपूर्ण होती है और इस ट्रेनिंग में जाना भी अनिवार्य होता है. राजकीय शिक्षक संघ के महासचिव अजय वीर यादव ने लिखा कि इस ट्रेनिंग को लेने के लिए शिक्षकों को स्कूल नहीं जाने की छूट मिलनी चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं होता है और स्कूल के बाद ट्रेनिंग लेना काफी मुश्किल हो जाता है.
'वोट डालने की भी मिलनी चाहिए छूट'
वहीं राजकीय शिक्षक संघ के महासचिव अजय वीर यादव ने अपनी चिट्ठी में ये भी लिखा है कि जिस दिन दिल्ली में चुनाव है उस दिन दिल्ली से जुड़े प्रदेशों में भी चुनाव है. उन्होंने मांग की है कि चुनाव में अपने वोट का इस्तेमाल करने के लिए उन शिक्षकों को चुनावी ड्यूटी से छूट मिलनी चाहिए.
इसके अलावा उन्होंने लिखा है कि जहां पर पति-पत्नी दोनों शिक्षक है उन्हें भी चुनावी ड्यूटी से छूट मिलनी चाहिए, क्योंकि ऐसा ना हो कि चुनावी ड्यूटी के कारण उनके परिवार को किसी भी तरह की परेशानी उठानी पड़े. इसके अलावा उन्होंने ये भी लिखा कि उन शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी नहीं लगनी चाहिए जो रिटायर हो चुके हैं. क्योंकि उनके पास कोई जिम्मेदारी नहीं है और न ही वह किसी संवैधानिक पद पर है. जिसके कारण उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी नहीं सौंपी जानी चाहिए.