नई दिल्ली: DU में कुलपति प्रोफेसर योगेश त्यागी के आधिकारिक आवास के साथ में बन रही बहुमंजिला इमारत को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है. वहीं प्रदर्शन के चौथे दिन छात्रों ने निर्माण स्थल से लेकर मेट्रो स्टेशन तक एक कैंडल मार्च निकाला गया. इस दौरान छात्रों ने वीसी से मुलाकात कर उनसे इस समस्या का निदान जल्द से जल्द करने की मांग की. साथ ही प्रदर्शनकारी छात्रों ने सरकारी एजेंसियों और डीएमआरसी के खिलाफ नारेबाजी की. इसके अलावा प्रदर्शनकारी छात्रों ने 'सॉलिडेरिटी थ्रू फूड' कार्यक्रम का भी आयोजन किया.
4 दिनों से जारी है प्रदर्शन
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर से मिलाकर बनाई जा रही 39 मंजिला इमारत के विरोध में दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र पिछले 4 दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं प्रदर्शन के चौथे दिन प्रोफेसर आदित्य नारायण मिश्र ने छात्रों के इस आंदोलन का नेतृत्व किया. छात्रों द्वारा विरोध प्रदर्शन के तहत चलाए जा रहे लेक्चर सीरीज के अलावा चौथे दिन 'सॉलिडेरिटी थ्रू फूड' कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. जिसमें हॉस्टल की छात्राओं के साथ-साथ दिल्ली विश्वविद्यालय वूमेंस एसोसिएशन ने भी भाग लिया.
पारंपरिक भोजन वितरित किया गया
इस कार्यक्रम के दौरान बिहार और उत्तर प्रदेश के पारंपरिक भोजन लिट्टी चोखा को वितरित किया गया. जिसे खाने के लिए बड़ी संख्या में छात्र, शिक्षक, दिल्ली विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी, रिक्शा और ई-रिक्शा चालक मौजूद रहे. वहीं आने वाले दिनों में आंदोलन कर रहे छात्रों ने अलग-अलग राज्यों के परंपरागत भोजन के साथ 'सॉलिडेरिटी थ्रू फूड' कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है. बता दें कि 'सॉलिडेरिटी थ्रू फूड' कार्यक्रम शुरू होने से पहले प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने निर्माण स्थल मेट्रो स्टेशन से लेकर वीसी आवास तक कैंडल मार्च भी निकाला.
यह है पूरा मामला
छात्रों के इस विरोध प्रदर्शन को लेकर छात्र नेता राजा चौधरी ने कहा कि डीएमआरसी द्वारा पब्लिक परपज की जमीन को निजी बिल्डर के हाथों बेच देना को पूरी तरह अवैध बताया है. बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर के साथ में बन रही 39 मंज़िला इमारत को लेकर छात्र लगातार विरोध कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि इस बहुमंज़िला इमारत के बनने से छात्रावास में रह रही छात्राओं की निजता छीन जाएगी. वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि इस जमीन पर हॉस्टल बनाया जाए जिससे कि कुछ हद तक हॉस्टल की समस्या दूर हो सके.