नई दिल्ली : नए साल में भी उत्तरी दिल्ली नगर निगम की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं . 6 जनवरी से ही निगम के डीबीसी कर्मचारी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए हैं. लेकिन उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अंदर डीबीसी कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान होता हुआ नजर नहीं आ रहा है.
छह जनवरी से चल रही हड़ताल
इसी बीच दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने डीबीसी कर्मचारियों की मांगों को मानकर उनकी समस्या का समाधान करने का वादा किया है. इसके बाद कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो गई है, लेकिन उत्तरी दिल्ली नगर निगम के डीबीसी कर्मचारियों की हड़ताल अभी भी बदस्तूर जारी है। यहां बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के 3000 से ज्यादा डीबीसी कर्मचारी 6 जनवरी 2020 से धरने पर हैं. कर्मचारी अपने पदों को स्थाई नाम दिए जाने के साथ-साथ बेलदार के बराबर वेतन पाने की मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं.
नगर निगम को दिए जिंदगी के अहम साल
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के डीबीसी कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने अपनी जिंदगी के अहम साल उत्तरी दिल्ली नगर निगम की सेवा में दिए हैं. ऐसे में उन्हें अब पक्का किया जाना चाहिए, लेकिन उत्तरी दिल्ली नगर निगम अभी भी डीबीसी कर्मचारियों को पक्का करने की तरफ कोई कदम नहीं बढ़ा रहा है. जबकि दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने डीबीसी कर्मचारियों को पक्का करने के लिए कदम आगे बढ़ाना शुरू भी कर दिए हैं .
मांगें जब तक पूरी नहीं होंगी जारी रहेगा धरना
साथ ही साथ स्थाई पद और बेलदार के बराबर का वेतन की मांग भी कर्मचारीयो की तरफ से पिछले काफी लंबे समय से चली आ रही है. जिसको निगम अभी तक पूरा नहीं कर पाया है.अब यह तो देखने वाली बात होगी कि आखिर डीबीसी कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन कब तक चलता है। उधर, डीबीसी कर्मचारी सिविक सेंटर के बाहर धरने पर बैठे हैं.कर्मचारियों का कहना है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती हम इसी प्रकार धरने पर बैठे रहेंगे।