नई दिल्ली: मुखर्जीनगर कांड में अब एक नया मोड़ आता दिख रहा है. जिस ऑटो ड्राइवर सरबजीत और पुलिस के बीच मारपीट हुई थी उस पर पहले से भी मामला दर्ज है. सरबजीत के खिलाफ पहले से एक मारपीट का केस दर्ज है.
जानकारी के मुताबिक अप्रैल महीने में सरबजीत का बंगला साहिब गुरूद्वारे के सेवादार के साथ विवाद हो गया था, आरोप है कि सरबजीत ने बंगला साहिब गुरुद्वारे के सेवादार की पिटाई की थी. इस मामले में संसद मार्ग थाने में एक FIR दर्ज की गई थी और पुलिस ने सरबजीत को गिरफ्तार भी किया था. इसके अलावा उसके खिलाफ दो डीडी एंट्री भी हो रखी है.
3 अप्रैल को हुई थी मारपीट
जानकारी के मुताबिक गुरुद्वारा बंगला साहिब में पंजाब के गुरदासपुर निवासी मंगल सिंह सेवादार के तौर पर काम करते हैं, वो गुरुद्वारा में ही रहते हैं. बीते 3 अप्रैल को सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक मंगल और शालू सिंह की ड्यूटी लगी हुई थी. शाम करीब 6.30 बजे जब वो गुरुद्वारे में बने सरोवर के पास पहुंचे तो देखा कि एक आदमी वहां सो रहा है. पास में ही उसका बेटा बैठा हुआ था.
ये शख्स तीन-चार दिन से वहां रह रहा था, इसलिए उन्होंने सरबजीत से पूछताछ की. इस बात पर सरबजीत नाराज हो गया. मंगल सिंह ने इसकी जानकारी मैनेजर राजेन्द्र सिंह को दी तो उन्होंने सरबजीत को दफ्तर में लाने के लिए कहा.
सेवादार का हाथ मरोड़कर पीटा
पुलिस को दी गई शिकायत में मंगल ने बताया है कि वो सरबजीत और उसके बेटे को मैनेजर के दफ्तर ले जा रहे थे. उसी दौरान सरबजीत का बेटा वहां से जाने लगा. मंगल ने पीछा कर उसे पकड़ लिया. इस पर सरबजीत ने पीछे से आकर मंगल का हाथ मरोड़ दिया और उसे पीटने लगा. वहां मौजूद अन्य सेवादारों ने उसे बचाया तो सरबजीत ने उसे जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद मौके पर पुलिस को बुलाया गया और घायल सेवादार को इलाज के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया.
मारपीट करने वाला था सरबजीत सिंह
गुरुद्वारे में सेवादार को पीटने वाले सरबजीत ने मुखर्जी नगर कांड में पुलिसवाले पर तलवार चलाई थी. मंगल सिंह मारपिटाई मामले में संसद मार्ग पुलिस ने आरोपी सरबजीत सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था. इतना ही नहीं साल 2006 और 2013 में उसके खिलाफ 107/51 का कलंदरा भी काटा गया था. कलंदरा शांति भंग करने, हंगामा करने या मारपीट करने पर काटा जाता है.