नई दिल्ली: दिल्ली में रविवार को हुई प्री-मानसून की बारिश ने दिल्ली नगर निगम और दिल्ली सरकार के खोखले दावों की पोल खोल कर रख दी. दिल्ली में महज कुछ घंटों की हुई बारिश के बाद सड़कें तालाब बन गई हैं जबकि नालों के मेन होल खुले हुए हैं. वाहन चालकों और पैदल लोगों को जलभराव के बीच से आना जाना पड़ रहा है. जिससे लोग हादसे के शिकार हो रहे हैं. वहीं वाहन चालकों और स्थानीय लोगों का कहना है कि सालों से यहां ऐसे ही हालात देखने को मिल रहे हैं. जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाकर थक चुके हैं, लेकिन कोई भी समस्या का समाधान करने को तैयार नहीं है.
ये हाल बादली विधानसभा के स्वरूप नगर बुराड़ी रोड का है. बुराड़ी स्वरूप नगर 60 फुटा रोड पर कई गांव और दर्जनों कालोनियां हैं. यह रोड नेशनल हाईवे 44 (दिल्ली - चंडीगढ) से जोड़ता है. यहां पर रविवार को हुई महज कुछ घंटों की बारिश के बाद सड़क तालाब में तब्दील हो गई है. नालों में सड़क पर भरे गंदे पानी की निकासी का कोई रास्ता नहीं है. नालों की सफाई नहीं हुई है जिससे घरों से निकलने वाला गंदा पानी और बारिश का पानी सड़क पर हमेशा लगा रहता है. इलाके के लोगों का कहना है कि कई सालों से यहां इसी तरह के हालात हैं. हर बार बारिश के दौरान दिल्ली नगर निगम और दिल्ली सरकार नालों की सफाई का दावा करते हैं लेकिन हालात जस के तस हैं.
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बता दें कि कांग्रेस के पूर्व विधायक देवेंद्र यादव, आम आदमी पार्टी के दूसरी बार जीतकर विधायक बने अजेश यादव, निगम पार्षद और खुद दिल्ली नगर निगम का स्थानीय कार्यालय भी बुराड़ी स्वरूप नगर रोड पर ही है. इसके बावजूद इलाके की बदतर हालत पर किसी भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि की नजर नहीं है. इलाके के लोगों की मांग है कि दिल्ली सरकार और संबंधित विभाग लोगों को बारिश से पहले जलभराव की समस्या से निजात दिलाएं.
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