नई दिल्लीः तिमारपुर विधानसभा के वजीराबाद इलाके में गलियों के मुहाने पर और खाली प्लॉट पर फैली गंदगी की वजह से इलाके के लोग परेशान हैं. लोगों का कहना है कि सफाई के लिए अधिकारियों से लेकर निगम पार्षदों तक सभी से गुहार लगाई गई, लेकिन कोई भी समस्या का समाधान करने को तैयार नहीं है. इलाके की गलियों में नालियों का पानी भरा है. खाली प्लॉट में घरों से निकलने वाली गंदगी का अंबार लगा है. (Waterlogging problem in streets of Wazriabad Village)
लोगों ने इलाके में नालियों के पानी की निकासी का रास्ता नही होने पर खाली प्लॉट में बड़े-बड़े गड्ढे किए हुए है ताकि जलभराव की स्थिति से बचा जा सके. इन गड्ढों के आसपास छोटे बच्चे भी खेलते हैं और आवारा गायों का जमावड़ा भी रहता है. खाली प्लॉट में बने पानी के बड़े गड्ढे हादसों को दावत रहे हैं. इलाके के अपने पूर्व पार्षदों के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए लोगों ने आरोप लगाए हैं कि समय पर समाधान नहीं होने की वजह से इलाके के लोग बदहाली में जीने को मजबूर हैं.
वजीराबाद इलाके की गली नंबर 9 के हैं, यहां पर बरसात के दिनों में कई फीट तक पानी भरा होता है. सामान्य दिनों में भी नालियां गंदगी से भरी हुई है और नाली के पानी की निकासी का कोई रास्ता नहीं है. इलाके की लेबर वाली गली में पानी भरा है. लोगों ने जैसे-तैसे इस गंदगी के बीच से निकलने के लिए एक रखकर रास्ता बनाया हुआ है ताकि लोगों की आवाजाही बंद ना हो. ईंट पत्थरों के ऊपर से चलते हुए लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं. लोगों ने बताया कि वह खुद कई बार चोटिल हो चुके हैं. पैर फ्रैक्चर तक हो चुका है, लेकिन अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का इलाके के समस्या पर कोई ध्यान नहीं है.
कुछ महीने पहले ही नाले का निर्माण कराया गया था, अब वे नाले भी गंदगी से भरे पड़े हैं. पानी की निकासी का रास्ता नहीं है. लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर इतनी गंदगी के बीच से निकलकर आना जाना पड़ता है. इलाके में गलियों में जल भराव न हो, इसके लिए खाली पड़े प्लॉट में गड्ढे किये हुए है और उनमें नालियों का पानी जा रहा है. इन गड्ढों के पास आवरा गायों का जमावड़ा रहता है और छोटे छोटे बच्चे भी खेलते है, जिससे इलाके के लोगों को हादसे होने का डर बना रहता है.
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सालों से इसी तरह के बदहाल और टूटी गलियों से लोगों को अपने घरों में आना जाना पड़ता है. इलाके में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे सभी इन टूटी गलियों से ही निकलते हैं और इसी तरह के हालातों से जूझ रहे हैं. लोगों ने बताया कि रास्ते खराब होने की वजह से कुरियर और एलपीजी गैस सिलेंडर जैसी जरूरी सुविधाएं भी लोगों के घरों तक नहीं पहुंच रहे हैं. उन्हें अपने सामान लेने के लिए खुद जाना पड़ता है, लेकिन इलाके के जनप्रतिनिधि काम कराने को तैयार नहीं हैं.