नई दिल्ली: नॉर्थ एमसीडी के कमिश्नर ज्ञानेश भारती ने निगम के सभी विभागों को पत्र लिखा है. जिसमें निगम की आर्थिक बदहाली की वजह बताई. पत्र में उन्होंने लिखा कि दिल्ली सरकार के द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में निगम को फंड नहीं मिला है. इस पत्र को लेकर नॉर्थ एमसीडी के नेता विपक्ष बोले कि कमिश्नर ज्ञानेश भारती राजनीतिक दबाव में काम कर रहे हैं.
कमिश्नर ज्ञानेश भारती के पत्र पर तेज हुई राजनीति
नॉर्थ एमसीडी की आर्थिक स्थिति पिछले काफी लंबे समय से खराब चल रही है. यहां तक कि निगम के कर्मचारी पिछले 15 दिनों से वेतन की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच अब नॉर्थ एमसीडी और साउथ एमसीडी के कमिश्नर ज्ञानेश भारती का एक पत्र सामने आया है. जिसमें उन्होंने नॉर्थ एमसीडी के सभी विभागों को विशेष तौर पर सलाह दी है कि किसी भी ऐसी योजना पर काम नहीं किया जाए. फिलहाल जिस पर निगम को आर्थिक रुप से व्यय करना पड़े.
साथ ही साथ पत्र में कमिश्नर ज्ञानेश भारती ने निगम की आर्थिक बदहाली का कारण बताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की तरफ से अभी तक वर्तमान वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही का फंड जारी नहीं हुआ है और कोरोना के इस काल में निगम की आय में भी बड़े स्तर पर कमी आई है. जो निगम आर्थिक बदहाली की प्रमुख वजह है.
नेता विपक्ष बोले कमिश्नर करें ईमानदारी से काम
कमिश्नर के पत्र को लेकर नेता विपक्ष विकास गोयल ने कहा कि नॉर्थ एमसीडी के कमिश्नर ज्ञानेश भारती वर्तमान समय में राजनीतिक दबाव में काम कर रहे हैं. जिसके चलते उन्होंने यह बयान दिया है. मैं तुरंत प्रभाव से कमिश्नर से पत्र लिखकर इस बात की जानकारी मांग रहा हूं कि उन्होंने किस हवाले से ये कहा है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में दिल्ली सरकार ने फंड जारी नहीं किया है. साथ ही साउथ एमसीडी से जो नॉर्थ एमसीडी ने 1805 करोड़ रुपये लेने हैं. उसे साउथ एमसीडी से कब लिया जा रहा है. इस बात का जवाब भी कमिश्नर ज्ञानेश भारती दें.
नॉर्थ एमसीडी के कमिश्नर का पत्र सामने आ जाने के बाद फंड को लेकर निगम में राजनीति एक बार फिर तेज हो गई है. वहीं नेता विपक्ष ने कमिश्नर ज्ञानेश भारती पर राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया है.