नई दिल्ली: दिल्ली में पिछले करीब 3 सालों से वृद्धा पेंशन के आवेदन दिल्ली सरकार द्वारा बंद किए गए हैं. इससे लगातार जरूरतमंद वृद्ध लोगों को दिक्कतें हो रही हैं. जब से वृद्धा पेंशन के आवेदनों को सरकार द्वारा बंद किया गया उससे पहले पेंशन के आवेदन विधायक लॉगिन से भरे जाते थे यानी विधायक के हाथ में भी यह जिम्मेदारी थी कि किसके आवेदनों को आगे बढ़ाएंगे और किसके नहीं.
जब से कुछ समाजसेवी द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया उसके बाद से ही लगातार समाजसेवी हरपाल राणा द्वारा पत्राचार कर वृद्धा पेंशन आवेदन में परिवर्तन करने की मांग की जा रही थी. जिस पर कोर्ट द्वारा आदेश दिया गया कि वृद्धा पेंशन विधायक लॉगिन से नहीं बल्कि सिटीजन लॉगिन द्वारा किया जाए. उसके 1 महीने बाद ही सरकार ने मनमाने तरीके से वृद्धा पेंशन के आवेदन को बंद कर दिया.
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बता दें कि समाजसेवी हरपाल राणा द्वारा पिछले कई सालों से लगातार पेंशन के लिए जरूरतमंद वृद्ध महिला और बुजुर्गों की सहायता करने का काम किया जा रहा है. उनके पास महीने में 200 से 300 लोग पहुंचते हैं. कई ऐसे वृद्ध हैं जिनके घर में कमाई का कोई जरिया नहीं है और वह सरकारी योजनाओं पर ही पूरी तरीके से आधारित हैं, लेकिन उन्हें सरकार के मनमाने रवैए की वजह से सरकारी योजनाओं का फायदा नहीं मिल पा रहा है.
समाजसेवी हरपाल राणा की मांग है कि जैसे सरकारी नौकरी करने वालों को किसी भी फंड में देरी पर एरियर मिलता है उसी तरीके से वृद्ध जरूरतमंद लोगों की आयु कुछ साल पहले 60 साल क्रॉस कर चुकी है और उन्हें अभी तक पेंशन नहीं मिली ऐसे लोगों को एरियर के साथ पेंशन की शुरुआत की जाए. अब सरकार कैसे जरूरतमंद लोगों तक अपनी योजनाओं का फायदा पहुंचती है या फिर यह मनमाना रवैया यूं ही जारी रहेगा यह तो आने वाले कुछ महीने तय करेंगे.