नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने एनजीटी के नियमों का सख्ती से पालन करते हुए लागू भी कर दिया है. जिसके तहत उत्तरी दिल्ली के क्षेत्र में एनजीटी के नियमों के उल्लंघन के लिए 5 करोड़ रुपये जैसी मोटी रकम से ज्यादा के चालान काटे जा चुके हैं.
ईटीवी भारत की टीम से डिप्टी मेयर योगेश वर्मा ने बातचीत के दौरान कहा कि हम लोग एनजीटी के नियमों को सख्ती से लागू कर रहे हैं. साथ ही साथ जो भी व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करते हुए पाया जा रहा है. उसका उसी वक्त चालान किया जा रहा है. सबसे ज्यादा चालान जो है कंस्ट्रक्शन साइट्स को लेकर हुए हैं.
उठाए जा रहे हैं मलबे
साथ ही साथ कूड़ा जलाने को लेकर भी निगम के द्वारा ना सिर्फ सावधानी बरती जा रही है बल्कि लोगों को भी इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है. जहां तक सड़कों पर पड़े कूड़े और मलबे की बात है उसे भी लगातार उठाया जा रहा है.
50-50 पर हुई थी बात
उत्तरी दिल्ली के क्षेत्र में जिन सड़कों पर कूड़ा और मलबा सबसे ज्यादा पड़ा है. वह सभी सड़कें पीडब्ल्यूडी की अंडर मेंटेनेंस आती है. लेकिन पीडब्ल्यूडी उन सड़कों को मेंटेन सही तरीके से नहीं कर रहा है. जिसकी हमने शिकायत भी की थी. इसके बाद यह फैसला लिया गया और एमसीडी और पीडब्ल्यूडी दोनों मिलकर 50-50 फीसदी मलबा उठाएंगे.
'पीडब्ल्यूडी द्वारा नहीं हो रही कार्रवाई'
वहीं नगर निगम अपने हिस्से का मलबा लगातार उठा रहा है लेकिन पीडब्ल्यूडी के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. दिल्ली सरकार प्रदूषण के मामले पर काम करने की बजाए राजीनीति कर रही है. आवारा पशुओं की समस्या को लेकर भी निगम जल्द ही समाधान निकाल लेगा और इसके लिए लगातार बैठकों का दौर जारी है.