नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली की सड़कों पर गंदगी फैलाने वाले आवारा पशुओं के लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम नीति बनाएगा. इसी नीति पर सभी की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी. निगम ने नई नीति बनाने के लिए अपने अधिकारियों को आदेश दे दिए हैं. कुल मिलाकर देखा जाए तो निगम द्वारा बनाई जा रही, इस नई नीति से जनता को आवारा पशुओं से मुक्ति मिलने के आसार हैं.
नीति के द्वारा आवारा पशुओं की समस्या का समाधान निकाला जाएगा. साथ ही नई तकनीक की सहायता से पशुओं के अंदर चिप भी लगाई जाएगी. जिससे पहचान हो सकेगी कि पशु किसका है. साथ ही सड़क हादसों के समय पशुओं के मालिक की जिम्मेदारी भी तय हो सकेगी.
'प्रस्ताव किया जा रहा तैयार'
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति की बैठक में आवारा पशुओं का मुद्दा उठा. इस पर निगम की आयुक्त वर्षा जोशी ने भी अपना पक्ष रखा और कहा कि समस्या को देखते हुए निगम जल्द प्रस्ताव तैयार करने जा रहा है. इसके बाद नीति को मंजूरी दी जाएगी.
'टेक्नोलॉजी का हो प्रयोग'
स्थाई समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश ने कहा कि देश नई टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ रहा है. ऐसे में अब समय आ गया है कि हमें भी टेक्नोलॉजी की सहायता से आवारा पशुओं की समस्या का निस्तारण करना चाहिए.
पार्षद विपिन मल्होत्रा ने रखा अपना पक्ष
वहीं मोती नगर के पार्षद विपिन मल्होत्रा ने गाय, आवारा कुत्ते और सूअरों की वजह से होने वाली परेशानियों पर अपना पक्ष रखा. साथ ही समस्या के समाधान के लिए निगम से जल्द कदम उठाने की अपील भी की.