नई दिल्ली: नेपाल से नौकरी करने के लिए भारत आए एक युवक को जब पसंदीदा नौकरी नहीं मिली तो लुटेरों की गैंग का दामन थाम लिया. लूट की एक वारदात में भगोड़ा घोषित किये जा चुके इस बदमाश को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इस बदमाश पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था.
2015 में लूट को दिया था अंजाम
बता दें कि डीसीपी राजेश देव के अनुसार पीतमपुरा में रहने वाले ओमप्रकाश 10 फरवरी 2015 को मकान के नीचे बने दफ्तर में बैठे थे. उसी दौरान हथियार से लैस कुछ बदमाश उनके दफ्तर में दाखिल हुए और उन्हें बंधक बनाकर वहां रखे 30 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए. पीड़ित की शिकायत पर इस बाबत सरस्वती विहार थाने में लूट का मामला दर्ज हुआ था. छानबीन के दौरान विशाल और दीपक बहादुर नामक दो बदमाशों को पुलिस गिरफ्तार करने में कामयाब रही थी.
जमानत के बाद हो गया था फरार
लूट के इस मामले में सुनवाई के दौरान दोनों आरोपियों को अदालत ने जमानत दी थी. अदालत से जमानत मिलने के बाद नेपाली मूल का ये बदमाश लगातार फरार चल रहा था. जिसके बाद रोहिणी स्थित एडिशनल सेशन जज एमआर सेठी की अदालत ने उसे साल 2017 में भगोड़ा घोषित कर दिया था. वहीं, उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस की तरफ से 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
मजनू का टीला से हुआ था गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच फरार बदमाशों को लेकर काम कर रही थी. इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि दीपक बहादुर किसी से मिलने मजनू का टीला इलाके में आएगा. इस जानकारी पर एसीपी संदीप लांबा की देखरेख में दीपक बहादुर को पकड़ लिया गया.