नई दिल्ली: अक्सर देखा जाता है कि आमजन को किसी भी तरह के सरकारी कामकाज के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं. कई बार तो लोगों में कई भ्रम भी फैले होते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसायटीज एवं सोसाइटी प्रतिनिधियों की एक बैठक की गई. शनिवार को प्रशांत विहार के अग्रवाल भवन में रोहिणी फेडरेशन ऑफ सीजीएचएस द्वारा रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव सोसायटीज एवं सोसाइटी प्रतिनिधियों की बैठक का आयोजन किया गया.
इस दौरान जहां एक ओर रजिस्ट्रार कार्यालय से कई सरकारी अधिकारी पहुंचे, तो वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. इस दौरान विभिन्न आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने अपनी समस्याओं को उन अधिकारियों के समक्ष रखा, जिसके जवाब में सरकारी अधिकारियों ने भी सभी सवालों के जवाब बेबाकी से दिए, और विभिन्न मुद्दों पर अपनी कानूनी राय दी.
इस चर्चा के दौरान एनओसी, ट्रांसफर, मेंटेनेंस और कोऑपरेटिव सोसायटी से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की गई. इस मौके पर रोहिणी फेडरेशन ऑफ सीजीएचएस के प्रधान आर्य मुनि ने बताया कि लोगों की कोऑपरेटिव सोसायटीज से संबंधित समस्याओं को लेकर इस बैठक का आयोजन किया गया. उन्होंने बताया कि इस बैठक में कोऑपरेटिव सोसायटीज के अंतर्गत आने वाले नियमों के साथ लोगों को सुझाव दिया गया. साथ ही अन्य पदाधिकारियों ने भी बताया कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था लोगों को एक ही मंच पर सभी समस्याओं का समाधान निकालना, ताकी उन्हें सरकारी दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़े.उन्होंने कहा कि इस तरह की बैठक समय-समय पर होती रहनी चाहिए, ताकी लोगों को घर के पास ही सुविधाएं मिल सके.
गौरतलब है कि इस बैठक का उद्देश्य था लोगों में कोऑपरेटिव सोसायटीज से संबंधित नियमों में को भ्रम फैला है उनको दूर किया जा सके. साथ ही कई बार लोग जानकारी के अभाव में ऐसा कदम उठा लेते हैं जो इन नियमों के विरुद्ध होते हैं. इन्हीं सब को ध्यान में रखते हुए इस बैठक का आयोजन किया गया. लिहाजा जरूरी है कि इस तरह की चर्चाएं नियमित रूप से विभिन्न विभागों के साथ बैठकर किया जाते, ताकि लोगों में जागरूकता बनी रहे.
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