नई दिल्लीः उत्तरी दिल्ली नगर निगम पर किताबों को लेकर AAP प्रवक्ता दुर्गेश पाठक द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद मेयर जय प्रकाश ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा झूठ की राजनीति करती है और दूसरों पर बिना तथ्यों के आरोप लगाते हैं. उन्होंने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने दिल्ली टेक्स्ट बुक ब्यूरो को लगभग 4.38 करोड़ रुपये के अग्रिम भुगतान के साथ 6 अप्रैल 2021 को पाठ्य पुस्तकों के लिए ऑर्डर जारी कर दिया था.
मेयर ने कहा कि निगम द्वारा दिया गया किताबों का ऑर्डर तैयार है और लॉकडाउन खुलने के बाद दिल्ली टेक्स्ट बुक ब्यूरो से किताबे मंगवा ली जाएंगी. मेयर ने बताया कि भारत सरकार के मानव संसाधन मंत्रालय ने लगभग 6.88 करोड़ रुपये का फंड उत्तरी दिल्ली नगर निगम को सर्व शिक्षा अभियान के तहत दिया था और उसी फंड में से 4.38 करोड़ रुपये का भुगतान निगम विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को किताबें देने के लिए किया गया है.
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मेयर जय प्रकाश ने कहा कि दिल्ली सरकार ने वर्ष 2020-21 के योजना मद में जो फंड शिक्षा के लिए देना था, वो आज तक नहीं दिया है. जिसका प्रयोग निगम विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को किताबें देने के लिए किया जाना था. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार से मिलने वाले फंड को लेकर हमेशा अनिश्चितता बनी रहती है.
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'फंड को लेकर हमेशा होती है परेशानी'
मेयर ने कहा कि निगम को फंड मिलेगा या नहीं, हमेशा परेशान होना पड़ता है. फंड हमेशा उनकी इच्छा पर आता है, निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार नहीं है और इससे कर्मचारियों को समय पर देय वेतन का भुगतान नहीं हो पाता है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, स्वच्छता और शिक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों को दिल्ली सरकार द्वारा असंवेदनशील तरीके से निपटाया जा रहा है.
राजनीतिक एजेंडा पूरा करने का आरोप
मेयर ने कहा कि आम आदमी पार्टी अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए दिल्ली नगर निगम पर इस तरह के झूठे आरोप लगा रही है. ताकि वो अगले साल होने वाले निगम चुनावों में इसका फायदा ले सकें. उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी को नागरिकों के हितों से कोई सरोकार नहीं है, वो तो बस अपने राजनीतिक एजेंडा को पूरा करना चाहते हैं. चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी नया झूठ क्यों न बोलना पड़े.