नई दिल्ली: दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में शुक्रवार को सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया. पिछले 20 साल से समयपुर बादली रेलवे स्टेशन के पास स्थित शिव मंदिर में इसी तरीके के सामूहिक विवाह का कार्यक्रम आयोजन किया जा रहा है. इसका आयोजन नेशन फर्स्ट फाउंडेशन एवं श्री धार्मिक रामलीला कला मंच द्वारा किया जाता है. दो महीने पहले से ही वर-वधू के चयन करने की प्रक्रिया शुरू होती है. आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के वर-वधू का चयन किया जाता है.
सामूहिक विवाह के दौरान परिवार को सभी तरीके की सहायता की जाती है. पिछले 20 सालों से कार्यक्रम के आयोजन में अहम भूमिका नेशन फर्स्ट फाउंडेशन के संस्थापक देवेंद्र यादव निभा रहे हैं. उनका कहना है कि इस आयोजन में किसी धर्म या जाति विशेष को महत्व नहीं दिया जाता. किसी भी जाति को वर-वधू हों, वे अपने धर्म के रीति रिवाज के हिसाब से विवाह करते हैं और उनकी शादी पूरे रीति रिवाज से की जाती है. शादी के दौरान वर-वधू को जरूरी सामान दिए जाते हैं. हर जोड़े के लिए एक व्यक्ति गार्जियन के तौर पर नियुक्त किया जाता है. वह जीवन भर उनके संपर्क में रहकर उनके सुख-दुख से जुड़ा रहता है.
सामूहिक रूप से युवक-युवतियों की शादी करवाने का यह सिलसिला पिछले 20 सालों से बदस्तूर जारी है. ऐसे में किसी साल 15 तो कभी 20 तो कभी 5 जोड़ों की शादियां कराई जाती हैं. अगर आवेदन ज्यादा आ जाए तो साल में दो या तीन बार भी सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. संस्था का कहना है कि आने वाले समय में ऐसे कार्यक्रमों को और भी बढ़ाया जाएगा और केवल समयपुर बादली ही नहीं बल्कि आसपास के अन्य जगहों पर भी सामूहिक विवाह का कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिससे ज्यादा से ज्यादा आर्थिक रूप से जरूरतमंद लोग इसका लाभ उठा सकें.