नई दिल्ली: कोरोना के कारण दिल्ली में फलों का व्यापार ठप्प हो गया है. फल व्यापारी परेशान हैं कि पिछले 20 सालों में फलों के व्यापार में इतनी मंदी नहीं आई थी. जितना अब नुकसान सहना पड़ा रहा है. 80% तक फलों की बिक्री कम हो गई है. पूरा दिन दुकानों पर खाली बैठना पड़ता है.
फलों का व्यापार हुआ ठप्प
महामारी की शक्ल ले चुके कोरोना की मार से पूरे देश भर में व्यापारियों को इन दिनों आर्थिक मंदी के दौर से गुजरना पड़ रहा है. वहीं हमेशा से ही सदाबहार रहने वाले फलों के व्यापार को भी इन दिनों आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ रहा है. इसी बीच ईटीवी भारत की टीम उत्तरी दिल्ली की मशहूर मोती नगर में स्थित फ्रूट मार्केट में गई. वहां फल व्यापारियों से बातचीत की गई. फलों के व्यापारियों ने बताया कि फलों का व्यापार हमेशा सदाबहार रहने वाला व्यापार है. पिछले 20 सालों से हम लोग फलों का व्यापार कर रहे हैं. लेकिन इतनी मंदी कभी नहीं देखी.
फलों के लिए नहीं मिल रहे ग्राहक
उन लोगों का कहना है कि जहां पहले हम लोग दस हजार का रोजाना काम करते थे. वहीं अब ₹2000 का काम भी पूरे दिन में भर में नहीं कर पा रहे हैं. 80% से ज्यादा की गिरावट बिक्री में देखी जा रही है. लॉकडाउन के कारण दुकानों पर इक्का-दुक्का ग्राहक ही आते हैं. शादियां और दूसरे समारोह ना होने की वजह से फलों के व्यापार पर सबसे ज्यादा बुरा असर पड़ा है. बड़े स्तर पर फलों के व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.
लॉकडाउन से व्यापारियों में मायूसी
गौरतलब बात तो ये है कि फल उन साधनों में से एक हैं, जो किसी भी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. लेकिन कोरोना के इस काल में फलों की बिक्री में भी भारी गिरावट आई है, जिसकी वजह से फल व्यापारी भी मायूस है. फल व्यापारियों को भी इन दिनों बड़े स्तर पर घाटा हो रहा है. जिसकी वजह से फलों के व्यापारी काफी ज्यादा परेशान है.