नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र अब डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जजों से कानून की जानकारी हासिल कर सकेंगे. दरअसल दिल्ली स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी और डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन कोर्ट ऑफ़ दिल्ली की तरफ से तमाम कॉलेजों में 'लीगल लिटरेसी' नाम से एक कोर्स चलाया जा रहा है. इसके अंतर्गत छात्रों को सामाजिक विषय पर कानूनी जानकारी दी जा रही है.
इसी कड़ी में दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री अरबिंदो कॉलेज में लीगल लिटरेसी कोर्स की शुरुआत की गई. इसमें साकेत कोर्ट के जज कंवल जीत अरोड़ा, गौतम मनन अरोड़ा और श्रेया अरोड़ा मेहता शामिल हुए.
साकेत कोर्ट के जज देंगे जानकारी
अरबिंदो कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर विपिन कुमार अग्रवाल ने बताया कि लीगल लिटरेसी कोर्स के अंतर्गत छात्रों को 10 क्लासेस दी जाएंगी. इसके लिए साकेत कोर्ट के जज छात्रों को पढ़ाने के लिए कॉलेज आएंगे. इस दौरान छात्रों को सामाजिक मुद्दों पर कानूनी जानकारी दी जाएगी.
मिलेगा लीगल सर्विस अथॉरिटी का सर्टिफिकेट
प्रिंसिपल ने बताया कि छात्रों को कोर्ट के बाद साउथ डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी और श्री अरबिंदो कॉलेज की तरफ से एक सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा. इसके अलावा छात्रों को ये कोर्स बिना किसी फीस के करवाया जा रहा है.
डीयू के 15 कॉलेजों में कराया जा रहा कोर्स
कार्यक्रम में शामिल हुए जज कंवल जीत अरोड़ा ने बताया कि पहले लीगल सर्विस अथॉरिटी की तरफ से ये कोर्स दिल्ली विश्वविद्यालय के पीजीडीएवी कॉलेज में शुरू किया गया था. वहां से उन्हें अच्छा रिस्पॉन्स मिला, जिसके बाद अब दिल्ली विश्वविद्यालय के करीब 15 कॉलेजों में ये कोर्स कराया जा रहा है.
'लीगल अथॉरिटी' को लेकर हों जागरूक
जज कंवल जीत अरोड़ा ने बताया कि कॉलेजों में कोर्स कराए जाने के पीछे का मकसद केवल इतना है कि समाज में कानून, कोर्ट, वकील आदि को लेकर जो जानकारी की कमी है, वो दूर की जा सके. लोगों में जागरूकता नहीं है और कानून के सही तरीके से पालन और उसके इस्तेमाल की जानकारी होना जरूरी है.
कई और मुद्दे किए जाएंगे शामिल
लीगल सर्विस अथॉरिटी के एक और जज मिस्टर गौतम मनन ने बताया कि इस कोर्स के जरिए हम छात्रों को यौन शोषण, ट्रैफिक नियम, महिला सुरक्षा समेत कई विषयों की जानकारी देंगे. इसके साथ ही उन्हें पास के पुलिस स्टेशन और कोर्ट में भी विजिट कराया जाएगा.
'छात्र बनेंगे वॉलंटियर'
कोर्स को-ऑर्डिनेटर और जज श्रेया अरोड़ा मेहता ने बताया कि तमाम छात्रों को 10 दिन के कोर्स के बाद हम लीगल सर्विस अथॉरिटी में उन्हें वालंटियर के तौर पर अपॉइंट करेंगे. इससे ये छात्र समाज में जानकारी फैला सकेंगे और बाकी लोगों को भी जागरूक कर सकेंगे.