नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने भीड़-भाड़ वाले बाजारों में लॉकडाउन लगाने और शादी समारोह में मेहमानों की संख्या कम करने की स्वीकृति केंद्र सरकार से मांगी है. यानी अब एक बार फिर से बाजार में सन्नाटा देखने को मिल सकता है. इससे दुकानदार एक बार फिर चिंता में पड़ गए हैं. उन्हें फिर से अपनी रोजी-रोटी का डर सताने लगा.
दिल्ली में बढ़ती जा रही कोरोना संक्रमितों की संख्या
दिल्ली में दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है. हर रोज नए रिकॉर्ड बन रहे हैं. ऐसे में दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से मार्केट को बंद करने और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर लॉकडाउन लगाने की स्वीकृति मांगी है. दिल्ली सरकार ने यह कदम कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के मकसद से उठाया है, लेकिन जब से यह खबर लोगों को पता चली है, खासतौर पर दुकानदारों में चिंता है. दुकानदार अपनी जीविका को लेकर डरे हुए हैं, उनका कहना है कि इससे पहले जो लॉकडाउन हुआ उसमें पूरी तरीके से उनकी कमर टूट चुकी है. आर्थिक तंगी से दुकानदार अभी उभरे नहीं हैं और अब दोबारा से लॉकडाउन लागू होने की बात की जा रही है.
नियम न मानने वालों पर सख्ती हो
राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में जब ईटीवी भारत की टीम पहुंची तो यहां भीड़-भाड़ देखने को मिली. कई लोग तो ऐसे थे जो ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे और ना ही मास्क लगाए हुए थे. बिना मास्क लगाए हुए लोग बेखौफ तरीके से मार्केट में खरीदारी कर रहे हैं. ऐसा करके यह लोग ना सिर्फ खुद को बल्कि मार्केट में घूम रहे अन्य लोगों को भी खतरे में डाल रहे हैं .जब इस बारे में दुकानदारों से बातचीत की गई तो उनका कहना है कि सरकार को ऐसे लोगों पर सख्ती करनी चाहिए जो नियमों का पालन नहीं करते. दुकानदारों ने कहा कि दोबारा से लॉकडाउन नहीं लगना चाहिए क्योंकि अगर दोबारा लॉकडाउन किया जाता है तो दुकानदार और गरीब व्यक्ति भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएगा, जिससे लोगों का बड़ा नुकसान हो सकता है.
दुकानदारों और आम जनता में रोजी-रोटी को लेकर डर
अभी तो लॉकडाउन लगाने को लेकर दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से स्वीकृति मांगी है. इसी बात से दुकानदारों और आम जनता के बीच में अपनी रोजी-रोटी को लेकर डर सताने लग गया है. देखने वाली बात होगी कि को कोरोना से निपटने के लिए सरकार का यह कदम लागू होता है या नहीं.