नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के नरेला इलाके में दिल्ली सरकार की ओर से कर्मचारियों के रहने के लिए दी गई जगह पर लापरवाही बरती जा रही है. सफाई कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि उनको जिस जहां पर रखा गया है वहां साफ-सफाई तो दूर शौच जाने तक की सुविधाएं नहीं है. जिस स्कूल में सफाई कर्मचारियों को 15 दिन के लिए रखा गया. लेकिन दिल्ली सरकार की तरफ से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
ठहरने की जगह पर नहीं है सफाई
नरेला इलाके में दिल्ली सरकार पर सफाई कर्मचारियों के साथ अमानवीय व्यवहार करने के आरोप लगे हैं. दरअसल जो सफाई कर्मी और अन्य कर्मचारी नरेला क्वॉरेंटाइन सेंटर, हरिश्चंद्र हॉस्पिटल और महर्षि बाल्मीकि हॉस्पिटल में काम कर रहे हैं. उनका नरेला के डीडीए बी-4 सर्वोदय विद्यालय में रहने का प्रबंध किया गया है. लेकिन यहां पर मूल सुविधाएं भी इन सफाई कर्मचारियों को मुहैया नहीं कराई जा रही हैं. साफ-सफाई तो बहुत दूर की बात यहां पर सफाई कर्मचारियों को शौच जाने तक का पुख्ता इंतजाम नहीं है. एक पर्दा लगा कर सफाई कर्मचारियों को खुले में ही शौच जाना पड़ रहा है.
केजरीवाल सरकार पर बड़ी लापरवाही का आरोप
साथ ही साथ आरोप ये भी है कि जिस स्कूल में कर्मचारियों के ठहरने का प्रबंध कराया गया है वहां जहरीले सांप और कई जानवर भी निकल रहे हैं. जिससे इन लोगों को खतरा बना हुआ है. कर्मचारियों ने दिल्ली सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है. साथ ही जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करने की मांग की जा रही है.