नई दिल्ली: किसानों का आंदोलन जारी है. किसान सरकार पर लगातार दबाव बना रहे हैं. इसी बीच किसान नेताओं पर विपक्षी नेताओं से मिले होने का आरोप लग रहा है. उनमें से एक नाम है गुरुनाम सिंह चढ़ूनी का. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने गुरुनाम सिंह से बात की. अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते हुए उन्होंने कुछ लोगों पर आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.
'किसान मोर्चा कहता तो नहीं करता प्रेस कॉन्फ्रेंस'
गुरुनाम सिंह ने कहा कि संयुक्त मोर्चा कहता तो मैं विपक्षी दलों के साथ साझा नहीं करता. हालांकि जो भी किया खुलेआम किया. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को कोई ना कोई जरूर कमजोर करने की साजिश रच रहा है. जिस तरीके से मुझ पर झूठे आरोप लगाए हैं, उसका पता करना चाहिए कि आंदोलन को कमजोर करने के लिए कौन कोशिश कर रहा है.
किसान मोर्चा ने नहीं किया संपर्क
गुरनाम सिंह चढूनी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से उनसे कोई संपर्क नहीं किया गया न ही उनका पक्ष जाना गया है. मोर्चे से ऐसी कोई सूचना उनके पास नहीं है. यदि कोई है तो वह किसान आंदोलन को तोड़ने वालों की साजिश हो सकती है, वह संयुक्त किसान मोर्चा को भी समझना होगा.
विपक्षी नेताओं से मिलने में नुकसान नहीं
गुरनाम सिंह ने कहा कि राजनैतिक दल वोट की चोट से डरते हैं, इसी लिए उन्होंने विपक्षी दलों से मुलाकात की थी. सभी विपक्षी दलों के वोट प्रतिशत मिलाए तो 65% वोट बैठता है और 65% लोगों ने जिनका समर्थन किया है उनको साथ लेकर चलने से कोई नुकसान नहीं है, इसलिए मैं इससे कोई नुकसान नहीं मानता. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को कोई ना कोई जरूर कमजोर करने की साजिश रच रहा है, जिसका जल्द ही पता लगना चाहिए.