नई दिल्ली: दिल्ली में 8 से 10 सितंबर तक आयोजित जी-20 समिट को लेकर व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त की जा रही है. इसी कड़ी में गुरुवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जीबी पंत अस्पताल में विदेशी मेहमानों के लिए की जा रही स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया. दिल्ली सरकार द्वारा चिह्नित किए गए पांच अस्पतालों में से जीबी पंत एक मुख्य अस्पताल है, जो जी-20 समिट के लिए विदेश से आने वाले मेहमानों के स्वास्थ्य संबंधित किसी भी प्रकार की आपातकाल परिस्थिति से निपटने में सहायक होगा.
मंत्री भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली में होने वाले जी-20 समिट के मद्देनजर विदेश से आने वाले मेहमानों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए पंत अस्पताल में एक स्पेशल आईसीयू का निर्माण किया गया है. जिसमें 8 आईसीयू बेड की व्यवस्था की गई है, जो केवल और केवल किसी भी प्रकार की आपातकाल स्तिथि में विदेशी मेहमानों के लिए आरक्षित रहेंगे.
साथ-साथ 10 स्पेशल रूम विदेशी मेहमानों के लिए आरक्षित किए गए हैं और इन सभी व्यवस्थाओं में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की एक स्पेशल टीम आरक्षित की गई है, जो केवल और केवल किसी भी प्रकार की आपातकाल स्थिति में विदेश से आने वाले हमारे मेहमानों की स्वास्थ्य सेवाओं में तत्पर रहेंगे. उन्होंने बताया कि इस आईसीयू रूम में सभी इंतजाम है.
विदेशी मेहमानों के लिए अलग इमरजेंसी की व्यवस्थाः मंत्री ने बताया कि पंत अस्पताल के अंदर एक अलग से इमरजेंसी विभाग का इंतजाम किया गया है. यह केवल और केवल जी-20 समिट में आने वाले विदेशी मेहमानों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए आरक्षित रहेगी. जीबी पंत दिल्ली के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक अस्पताल है और इस अस्पताल के अंदर छोटी से छोटी बीमारियों से लेकर हृदय रोग एवं मस्तिष्क से जुड़े बड़े रोगों का भी इलाज किया जाता है.