ETV Bharat / state

39 फ्लोर की बिल्डिंग के खिलाफ DU में प्रदर्शन, बोले छात्र: पहले हॉस्टल बनाओ

डीयू में प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा. जब तक ये निर्माण कार्य नहीं रूक जाता है.

छात्रों का प्रदर्शन
author img

By

Published : Nov 4, 2019, 7:15 PM IST

Updated : Nov 4, 2019, 7:33 PM IST

नई दिल्ली: डीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी के आधिकारिक आवास के साथ में बन रही 39 फ्लोर की बिल्डिंग के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. इसी को लेकर नार्थ कैंपस में स्थित मिरांडा हाउस कॉलेज की लॉ फैकल्टी सहित कई कॉलेज और विभाग के छात्रों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने दिल्ली नगर निगम और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

'बिल्डिंग नहीं, हॉस्टल बनाओ'

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि ये प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा. जब तक ये निर्माण कार्य नहीं रूक जाता है. साथ ही प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि इस जगह पर 39 फ्लोर बिल्डिंग नहीं बल्कि हॉस्टल का निर्माण किया जाए.

'यूनिवर्सिटी प्रशासन की आंख काफी देर से खुली'
प्रदर्शन में शामिल डीयू से शोध कर रहे छात्र संदीप शर्मा ने कहा कि अभी तक लोगों की एक धारणा बनी हुई है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों का साथ दे रहा है. कोर्ट का सहारा ले रहा है. साथ ही उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन की आंख काफी देर से खुली है. यूनिवर्सिटी प्रशासन पहले सोया हुआ था. लेकिन सोए हुए होने के कारण पानी सिर के ऊपर चला गया है, तब जाकर नींद खुली है.

साथ ही कहा कि डीयू का हर छात्र इस 39 फ्लोर की इमारत के खिलाफ है और इस निर्माण कार्य को रुकवाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहेगा.

वहीं एक अन्य छात्र चंदन कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी में हॉस्टल की बहुत बड़ी समस्या है. छात्रों को हॉस्टल नहीं मिलने की वजह से उन्हें मजबूरन पीजी में रहना पड़ता है. उन्होंने कहा कि यह एक तरह से निजीकरण का सबसे बड़ा उदाहरण है.

'हॉस्टल ना होने से दर-दर भटक रहे छात्र'
साथ ही कहा कि सरकारी जमीन होने के बावजूद इस जमीन को सरकारी संस्था को न देकर एक निजी संस्था को मुनाफा कमाने के लिए दे दिया गया है. लेकिन प्रशासन और सरकार को यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे छात्रों का ख्याल नहीं रहा, जो हॉस्टल ना मिलने की वजह से दर-दर भटक रहे हैं.

'हॉस्टल का निर्माण होना चाहिए'
चंदन ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस जमीन को वापस लेना चाहिए और 39 फ्लोर की बिल्डिंग की जगह हॉस्टल का निर्माण होना चाहिए. जिससे की यूनिवर्सिटी में हॉस्टल की समस्या कुछ हद तक दूर हो सके.

बता दें कि इस निर्माण कार्य के खिलाफ छात्रों का निर्माण कार्य स्थल पर धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है. वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक निर्माण कार्य नहीं रुकेगा.

नई दिल्ली: डीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी के आधिकारिक आवास के साथ में बन रही 39 फ्लोर की बिल्डिंग के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. इसी को लेकर नार्थ कैंपस में स्थित मिरांडा हाउस कॉलेज की लॉ फैकल्टी सहित कई कॉलेज और विभाग के छात्रों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने दिल्ली नगर निगम और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

'बिल्डिंग नहीं, हॉस्टल बनाओ'

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि ये प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा. जब तक ये निर्माण कार्य नहीं रूक जाता है. साथ ही प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि इस जगह पर 39 फ्लोर बिल्डिंग नहीं बल्कि हॉस्टल का निर्माण किया जाए.

'यूनिवर्सिटी प्रशासन की आंख काफी देर से खुली'
प्रदर्शन में शामिल डीयू से शोध कर रहे छात्र संदीप शर्मा ने कहा कि अभी तक लोगों की एक धारणा बनी हुई है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों का साथ दे रहा है. कोर्ट का सहारा ले रहा है. साथ ही उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन की आंख काफी देर से खुली है. यूनिवर्सिटी प्रशासन पहले सोया हुआ था. लेकिन सोए हुए होने के कारण पानी सिर के ऊपर चला गया है, तब जाकर नींद खुली है.

साथ ही कहा कि डीयू का हर छात्र इस 39 फ्लोर की इमारत के खिलाफ है और इस निर्माण कार्य को रुकवाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहेगा.

वहीं एक अन्य छात्र चंदन कुमार ने कहा कि यूनिवर्सिटी में हॉस्टल की बहुत बड़ी समस्या है. छात्रों को हॉस्टल नहीं मिलने की वजह से उन्हें मजबूरन पीजी में रहना पड़ता है. उन्होंने कहा कि यह एक तरह से निजीकरण का सबसे बड़ा उदाहरण है.

'हॉस्टल ना होने से दर-दर भटक रहे छात्र'
साथ ही कहा कि सरकारी जमीन होने के बावजूद इस जमीन को सरकारी संस्था को न देकर एक निजी संस्था को मुनाफा कमाने के लिए दे दिया गया है. लेकिन प्रशासन और सरकार को यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे छात्रों का ख्याल नहीं रहा, जो हॉस्टल ना मिलने की वजह से दर-दर भटक रहे हैं.

'हॉस्टल का निर्माण होना चाहिए'
चंदन ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस जमीन को वापस लेना चाहिए और 39 फ्लोर की बिल्डिंग की जगह हॉस्टल का निर्माण होना चाहिए. जिससे की यूनिवर्सिटी में हॉस्टल की समस्या कुछ हद तक दूर हो सके.

बता दें कि इस निर्माण कार्य के खिलाफ छात्रों का निर्माण कार्य स्थल पर धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है. वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक निर्माण कार्य नहीं रुकेगा.

Intro:नई दिल्ली ।

दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी के आधिकारिक आवास के साथ में बन रही 39 फ्लोर की बिल्डिंग के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है. इसी को लेकर नार्थ कैंपस में स्थित मिरांडा हाउस कॉलेज, लॉ फैकल्टी सहित कई कॉलेज और विभाग के छात्रों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने दिल्ली नगर निगम और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों कहा कहना है कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक यह निर्माण कार्य नहीं रुक जाता है. साथ ही प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि इस जगह पर 39 फ्लोर बिल्डिंग नहीं बल्कि हॉस्टल का निर्माण किया जाए.



Body:वहीं प्रदर्शन कर रहे डीयू से शोध कर रहे छात्र संदीप शर्मा ने कहा कि अभी तक लोगों की एक धारणा बनी हुई है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों का साथ दे रहा है कोर्ट का सहारा ले रहा है लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की आंख काफी देर से खुली है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन पहले सोया हुआ था. लेकिन सोए हुए होने के कारण पानी सिर के ऊपर चला गया है तब जाकर नीद खुली है. साथ ही कहा कि डीयू का हर छात्र इस 39 फ्लोर की इमारत के खिलाफ है और इस निर्माण कार्य को रुकवाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहेगा.

वहीं एक अन्य छात्र चंदन कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में हॉस्टल की बहुत बड़ी समस्या है. छात्रों को हॉस्टल नहीं मिलने की वजह से उन्हें मजबूरन पीजी में रहना पड़ता है. उन्होंने कहा कि यह एक तरह से निजीकरण का सबसे बड़ा उदाहरण है. साथ ही कहा कि सरकारी जमीन होने के बावजूद इस जमीन को सरकारी संस्था को न देकर एक निजी संस्था को मुनाफा कमाने के लिए दे दिया गया है. लेकिन प्रशासन और सरकार को विश्वविद्यालय में पढ़ रहे छात्रों का ख्याल नहीं रह जो हॉस्टल न मिलने की वजह से दर - दर भटक रहे हैं. चंदन ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस जमीन को वापस लेना चाहिए और 39 फ्लोर की बिल्डिंग की जगह छात्रावास का निर्माण होना चाहिए जिससे की विश्वविद्यालय में हॉस्टल की समस्या कुछ हद तक दूर हो सके.




Conclusion:बता दें कि इस निर्माण कार्य के खिलाफ छात्रों का निर्माण कार्य स्थल पर धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है. वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक निर्माण कार्य नहीं रुकेगा.
Last Updated : Nov 4, 2019, 7:33 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.