नई दिल्ली: डीयू में वैलेंटाइंस डे के दिन तमाम छात्रों ने 'पोएट्री ऑन स्ट्रीट' नाम से मार्च निकाला. पिछले कई महीनों से दिल्ली विश्वविद्यालय समेत कई यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ हुई घटनाओं को लेकर मोहब्बत का पैगाम दिया गया.
इस कैंपस मार्च में छात्रों ने कहा कि लड़ाई नहीं प्यार फैलाना जरूरी है, लेकिन पिछले कई महीनों से छात्रों के साथ हुई घटनाएं हर एक छात्र को आहत करती हैं.
कैंपस में भी सुरक्षित नहीं है छात्राएं
दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा श्रेया ने कहा कि हाल ही में गार्गी कॉलेज में छात्राओं के साथ बदसलूकी की गई. कुछ लोग कॉलेज में घुसते हैं और फेस्ट के दौरान छात्राओं के साथ बदसलूकी करते हैं. जिस पर कॉलेज की प्रिंसिपल कहती हैं कि अगर आपको असुरक्षित लगता है, तो आप फेस्ट में क्यों आए.
छात्रा का कहना था कि इस तरीके से कैंपस में छात्राओं के साथ व्यवहार हो रहा है. उन्हें किसी चीज की आजादी नहीं है, इसी संदेश को हम आज देने की कोशिश कर रहे हैं. वैलेंटाइन डे प्यार का दिन होता है. मिलजुल कर रहने का दिन होता है. जो समाज में छात्राओं के साथ, छात्रों के साथ जो दुर्व्यवहार हो रहा है. वह बंद होना चाहिए.
छात्रों का सरकार पर आरोप
वहीं रामजस कॉलेज के छात्र अभिज्ञान ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार हिंसा फैला रही है. छात्रों को बांटने का काम किया जा रहा है, और हर एक फैसला छात्र के विरोध में लिया जा रहा है. तो आज वैलेंटाइन डे के दिन हम छात्र उस सरकार को संदेश दे रहे हैं और एक चुनौती दे रहे हैं कि वह नफरत ना फैलाएं और छात्रों को प्यार से रहने दे.