दिल्ली: दिल्ली में अतिक्रमण की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जिससे प्रशासन समेत आम जनता और रिहायशी इलाकों के लोग भी परेशान हैं. इसको लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में आरडब्लूए समेत तमाम संस्थाओं के लोगों ने बैठक की जिसमें अतिक्रमण से जुड़ी समस्याओं और समाधान पर बात की गई.
सड़कों पर अवैध तरीके से किया जाता है अतिक्रमण
अतिक्रमण की समस्या के निपटारे के लिए हुई मीटिंग में राजीव काकड़िया ने कहा कि आज के समय में अतिक्रमण दिल्ली में हर जगह है. सड़क से लेकर घरों के सामने तक अतिक्रमण किया गया है जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी होती है.
लोगों के चलने के लिए नहीं बचती जगह
सड़कों पर अतिक्रमण के कारण लोगों के चलने के लिए जगह नहीं बचती. दुकानदार दुकान के आगे अवैध तरीके से जगह घेर लेते हैं जिसके कारण जो लोग उनकी दुकान पर आते हैं उनको भी परेशानी होती है साथ ही यदि कोई अपने वाहन से आता है तो फिर और जगह घिर जाती जिससे लोगों के आने-जाने के लिए जगह नहीं बचती.
अतिक्रमण के खिलाफ आवाज उठाने पर मिलती है धमकी
आरडब्ल्यूए के मेंबर सौरभ गांधी ने कहा कि यदि अतिक्रमण को लेकर कोई भी आवाज उठाता है तो उसे भी कई नेताओं और कई लोगों द्वारा कई तरीके की धमकियां दी जाती हैं. यहां तक कि उसे झूठे आरोप में भी फंसाने की कोशिश की जाती है.
अतिक्रमण पर सख्त कदम उठाने की जरूरत
सौरभ गांधी ने हाल ही में कनॉट प्लेस में गाड़ियों के बैन को लेकर दुकानदारों के विरोध का भी उदाहरण दिया. गांधी के मुताबिक लोगों के चलने के लिए रास्ते पर भी कनॉट प्लेस के दुकानदारों ने विरोध जताया. उन्होंने कहा साफ है कि अतिक्रमण को लेकर लोग सरकार के फैसले के खिलाफ जा रहे हैं उन्हें प्रशासन का कोई डर नहीं है. अतिक्रमण को लेकर लोग कानून हाथ में लेने से भी नहीं चुकते हैं. ऐसे में अतिक्रमण की समस्या दिल्ली में बढ़ती जा रही है. सौरभ गांधी ने अतिक्रमण के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाने की जरूरत पर जोर दिया.