नई दिल्ली: टमाटर के दाम अब आसमान छूते जा रहे हैं. टमाटर दिल्ली वासियों की पहुंच से दूर हो रहा है. सब्जियों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला टमाटर अब 80 के पार पहुंच गया. जिसके चलते लोगों के रसोई का बजट बिगड़ रहा है. यहां तक कि कई घरों में तो बिना टमाटर की सब्जी बन रही है, क्योंकि स्वाद में कमी तो शायद कोई सह ले, लेकिन इस महंगाई में महंगी सब्जी लेना हर किसी के बस की बात नहीं है.
25 रुपये से 80 पर पहुंचे टमाटर के दाम
साधारण दिनों में सब्जी में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला टमाटर आजकल रसोई घर में सबसे कम इस्तेमाल किया जा रहा है. टमाटर के दाम इस कदर लगातार बढ़ रहे हैं कि टमाटर अब लोगों की पहुंच से दूर हो रहा है. जो टमाटर करीब 1 महीने पहले आजादपुर मंडी में 15 से 25 रुपये तक मिल रहा था. अब वही टमाटर मंडी के अंदर 50 के पार पहुंच गया. यही टमाटर लोगों के घर पहुंचते-पहुंचते 80 तक का हो जाता है.
व्यापारियों का मानना है कि पहले टमाटर हरियाणा से आता था. जिसकी वजह से नजदीक ही टमाटर आने के चलते रेट कम थे लेकिन अब टमाटर महाराष्ट्र, बेंगलुरु, हिमाचल जैसे दूर राज्यों से आ रहा है जिसकी वजह से आवक कम हो गई और टमाटर के दाम बढ़ रहे हैं.
घरों की रसोई से गायब हुआ टमाटर
टमाटर के दाम बढ़ने की वजह से लोगों के घर का बजट तो बिगड़ा ही है. साथ ही खाने का स्वाद बिगड़ गया है, क्योंकि टमाटर एक ऐसी सब्जी है. जो हर खाने में इस्तेमाल होती है. चाहे दाल बने या सब्जी या सलाद टमाटर का इस्तेमाल हर जगह किया जाता है. लेकिन, इन दिनों महंगाई के चलते लोग टमाटर का कम से कम इस्तेमाल कर रहे हैं. 25 से 30 रुपये में मिलने वाला टमाटर अब 80 रुपये के पार पहुंच गया है. जिसकी वजह से लोग बिना टमाटर के ही सब्जी बनाने को मजबूर है. कई घरों में टमाटर का इस्तेमाल लगभग बंद था हो चुका है. लोग बिना टमाटर की सब्जी बना रहे हैं, क्योंकि स्वाद में भले ही कोताही हो लेकिन कोरोना काल में जहां लोग पहले ही आर्थिक दिक्कतों से गुजर रहे हैं. ऐसे में 80 रुपये किलो टमाटर खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं है.
लगातार आसमान छूती महंगाई की मार झेल रहे लोग अब मांग कर रहे हैं कि कम से कम इस कोरोना काल में खाने-पीने की चीजों के दाम तो नहीं बढ़ने चाहिए. कोरोना के कारण जहां लोग पहले ही कई तरीके की परेशानियों को झेल रहे हैं. ऐसे में खाने-पीने की चीजों के बढ़ते दाम लोगों की सेहत पर बूरा असर डाल रहे हैं.