नई दिल्लीः गोकुलपुरी इलाके दंगे के दौरान हुई उत्तराखंड निवासी दिलबर नेगी की हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने आरोपपत्र दाखिल कर दिया है. 25 फरवरी को की गई इस हत्या के बाद उपद्रवियों ने गोदाम को आग लगा दी थी. इस हत्या के मामले में क्राइम ब्रांच ने 12 लोगों को आरोपी बनाकर आरोपपत्र दाखिल कर दिया है.
सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं. जानकारी के अनुसार उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान कर्दम पुरी, मौजपुर, चांदबाद, शिव विहार इलाकों में हिंसा हुई थी. दोपहर के समय बृजपुरी पुलिया की तरफ से कुछ उपद्रवी आए और उन्होंने अनिल स्वीट्स, अनिल डेरी, किताब की दुकान, स्कूल और गोदाम में हमला कर आग लगा दी.
हत्या के बाद गोदाम में लगा दी थी आग
इस दौरान महालक्ष्मी एंक्लेव निवासी राहुल सोलंकी की गोली मारकर हत्या भी कर दी गई थी. इन घटनाओं को लेकर हत्या और दंगे के 12 मामले गोकलपुरी और दयालपुर थाने में दर्ज किए गए थे. अनिल स्वीट्स की दुकान पर उत्तराखंड का रहने वाला दिलबर नेगी काम करता था.
वारदात वाली दिन वह गोदाम में दोपहर का खाना खाने गया था. 25 फरवरी की देर रात तक वह नहीं मिला 26 फरवरी को गोकलपुरी पुलिस जब गोदाम के अंदर घुसी तो उन्होंने दिलबर नेगी का जला हुआ शव देखा. उसकी हत्या करने के बाद शव को गोदाम सहित जलाया गया था.
क्राइम ब्रांच ने आरोपपत्र दाखिल किया है
मामले की छानबीन के दौरान क्राइम ब्रांच ने सबसे पहले शाहनवाज नामक युवक को गिरफ्तार किया जो उग्र भीड़ को यहां लीड कर रहा था. उसकी निशानदेही पर 11 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया. इस मामले में अदालत के समक्ष क्राइम ब्रांच ने आरोपपत्र दाखिल कर दिया है.
आरोपपत्र बताया गया है कि वारदात से पहले इस जगह के सीसीटीवी कैमरा खराब कर दिए गए थे. मामले में प्रत्यक्षदर्शियों एवं टेक्निकल सर्विलांस की मदद से यह गिरफ्तारियां की गई हैं. गिरफ्तार आरोपियों ने जमानत के लिए कई बार अदालत के समक्ष याचिका दायर की जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था.