नई दिल्ली: दिल्ली सरकार प्रदूषण की रोकथाम को लेकर सजग है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एंटी डस्ट अभियान के तहत शनिवार को वजीरपुर हॉटस्पॉट का निरीक्षण किया. मंत्री के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. निरीक्षण में पाया गया कि वजीरपुर में प्रदूषण का मुख्य कारण अवैध पार्किंग, यातायात जाम, सड़क के पास निर्माण का कार्य आदि हैं. पर्यावरण मंत्री ने सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए.
कंस्ट्रक्शन साइटों पर नियमों को पालन जरूरी: पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सभी कंस्ट्रक्शन साइटों पर निर्माण संबंधी 14 नियमों को पालन करना जरूरी है. नियमों को पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई होगी. मंत्री ने विभागों को निर्माण साइट्स की लगातार निगरानी करने का भी निर्देश दिया. गोपाल राय ने कहा कि धूल से प्रदूषण को रोकने के लिए 82 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग (एमआरएस) मशीन, 530 वॉटर स्प्रिंकलर और 258 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन की पूरी दिल्ली में तैनात की गई हैं. गोपाल राय ने आगे बताया कि प्रदूषण को कम करने के लिए 13 हॉटस्पॉट के लिए अलग-अलग टीमें लोकल स्तर पर कार्य योजना बनाई गयी है. ग्रीन वॉर रूम से लगातार मोनिटरिंग की जा रही है. इसके साथ ही सड़क पर सुबह-शाम पानी का छिड़काव करने को कहा. उन्होंने कहा कि एंटी डस्ट अभियान के तहत पूरी दिल्ली में 13 विभागों की 591 टीमें तैनात की गयी है.
एक माह चलेगा एंटी डस्ट अभियान: पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए विंटर एक्शन प्लान के तहत शनिवार से एक महीने के लिए दिल्ली में एंटी डस्ट कैंपेन शुरू किया गया है. पहले फेज में 7 नवम्बर तक एंटी डस्ट अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान में 13 विभाग- डीडीए, एमसीडी, डीपीसीसी, जल बोर्ड, डीएसआईआईडीसी, पीडब्ल्यूडी, राजस्व, सीपीडब्लूडी, एनडीएमसी की 591 टीमें तैनात की गई हैं.
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