नई दिल्ली : यमुना को साफ करने के लिए दिल्ली सरकार ने देश का सबसे बड़ा सीवेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को निरंकारी मैदान के पास बने इस कोरोनेशन वाटर प्लांट में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्लांट का दौरा किया और कहा कि दिल्ली वासियों को अब पानी की किल्लत से राहत मिलेगी. कोरोनेशन वाटर प्लांट लगभग बनकर तैयार हो गया है. प्लांट का निर्माण कार्य फाइनल मोड पर है. इस प्लांट के जरिए यमुना के पानी को भी साफ किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि यह देश का ऐसा सबसे पहला वाटर प्लांट है, जो गंदे पानी को रि-साइकल कर पीने योग्य बनाएगा. इस प्लांट की क्षमता हर रोज 70 एमजीडी पानी साफ करने की है. इससे दिल्ली में पानी की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी. साथ ही युमना को भी इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए साफ किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गंदे नालों के पानी को यमुना में जाने से रोका जाएगा और फिर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए गंदे पानी को साफ किया जाएगा. युमना को पूरे तरीके से साफ करने के लिए दिल्ली सरकार ने वर्ष 2025 तक का लक्ष्य रखा. अभी यमुना में कई नालों का गंदा प्रदूषित पानी बहता है, जिसकी वजह से यमुना दूषित होती जा रही है.
गौरतलब है कि इस कोरोनेशन वाटर प्लांट को दिल्ली जल बोर्ड बनवा रहा है. यहां पानी को साफ करने के लिए अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं. इन मशीनों को कहीं से भी ऑपरेट किया जा सकता है. टोटल ऑटोमेटिक सिस्टम होने का फायदा यह है कि यहां पर लेबर सिस्टम भी कम रहेगा. इसके अलावा गंदे पानी के ट्रीटमेंट के दौरान निकलने वाले मीथेन गैस का उपयोग प्लांट के पावर हाउस को चलाने में किया जाएगा, जिससे पावर हाउस में खर्च होने वाली बिजली की बचत होगी. बताया जा रहा कि इस प्लांट का कार्य लगभग पूरा हो चुका है.
यह देश का एकमात्र ऐसा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट होगा, जहां पर 70 एमजीडी पानी एक दिन में साफ किया जाएगा. इसके बाद साफ पानी की सप्लाई दिल्ली की जनता के अलावा यमुना को साफ करने में की जाएगी. फिलहाल प्लांट का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. प्लांट के सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा है. दिल्ली सरकार एक ऐसा ही प्लांट ओखला के पास तैयार कर रही है.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप