नई दिल्लीः उत्तरी दिल्ली नगर निगम में पिछले 13 साल से भाजपा का शासन है और अब भाजपा की शासन व्यवस्था पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. क्योंकि पिछले 13 साल में निगम अपने रेवेन्यू को बढ़ाने में पूरी तरह से विफल रही है. रेवेन्यू बढ़ाना तो दूर की बात काफी क्षेत्रों में रेवेन्यू कम होता नजर आ रहा है. पिछले वित्तीय वर्ष में निगम को जहां संपत्ति कर के क्षेत्र से दो हजार करोड़ रुपए की आय प्राप्त करनी थी. वहीं निगम महज 700 करोड़ रुपये की आय प्राप्त कर पाया.
मुकेश गोयल ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता मुकेश गोयल ने ईटीवी भारत से कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में भाजपा की प्रशासन व्यवस्था पूरी तरह से विफल हो चुकी है. भाजपा सत्ता पक्ष में रहने के लालच की वजह से निगम का रेवेन्यू नहीं बढ़ा पाई है. जिसकी वजह से निगम की आर्थिक स्थिति बदहाल हो चुकी है. उन्होंने कहा कि निगम पूरी तरीके से दिल्ली सरकार पर निर्भर है और दिल्ली सरकार निगम के साथ भेदभाव पूर्ण राजनीति कर रही है, जो गलत है.
कांग्रेस नेता मुकेश गोयल ने आगे बातचीत में कहा कि आज निगम पार्षदों को अपने क्षेत्र के विकास के लिए पर्याप्त मात्रा में फंड नहीं मिल पाता है. निगम के कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पाता. इसके लिए सीधे तौर पर भाजपा की शासन व्यवस्था जिम्मेदार है, जिसकी वजह निगम आज आर्थिक तंगहाली के दौर में है.
कांग्रेस के नेता मुकेश गोयल ने भाजपा की प्रशासन व्यवस्था के ऊपर निशाना साधते हुए निगम का रेवेन्यू ना बढ़ पाने की वजह भाजपा को बताया है. उन्होंने कहा कि सत्ता के लालच की वजह से भाजपा निगम के रेवेन्यू को पिछले 13 साल में नहीं बढ़ा पाई है. उन्होंने कहा कि आर्थिक तंगहाली को देखते हुए निगम को तुरंत भंग कर देना चाहिए.