नई दिल्ली: केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अलीपुर इलाके में पानी की किल्लत दूर करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है.
पिछले कई सालों से दिल्ली में हो रही पानी की किल्लत को दूर करने के लिए इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई. यमुना के किनारे जलाशय बनाकर इस प्रोजेक्ट से भूजल बढ़ाया जाएगा. उम्मीद लगाई जा रही है कि इस प्रोजेक्ट से दिल्ली के कई इलाकों में पीने के पानी की समस्या दूर होगी.
पीने के पानी की समस्या होगी दूर
इस प्रोजेक्ट को शुरू करते समय केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक साथ दिखे. राजधानी दिल्ली में पिछले बहुत समय से पीने के पानी की किल्लत को लेकर लोग परेशान हैं.
इस समस्या से निजात दिलाने के लिए शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक साथ मिलकर सुंदरपुर में यमुना किनारे पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की.
20 से 30 एकड़ में होगा जलाशय का निर्माण
इस प्रोजेक्ट से इलाके में जलाशय बनाने की योजना का संयुक्त रूप से शिलान्यास किया गया. शिलान्यास के साथ ही लगातार गिरते भूजल स्तर को बचाने की भी बात कही गई और यह भी कहा गया कि इस प्रोजेक्ट से भूजल सुधरेगा. जो कि पीने के पानी की किल्लत को दूर करेगा. इस प्रोजेक्ट में 20 से 30 एकड़ में जलाशय का निर्माण किया जाएगा जिसमें यमुना की बाढ़ का पानी संग्रह होगा.
यह पानी रिस कर जमीन के अंदर एकत्र होगा जिस से गिरता हुआ भूजल का स्तर ऊपर आ जाएगा. अगर इस योजना मैं सफलता हासिल हुई तो इसको व्यापक रूप से लागू किया जा सकता है. दिल्ली के अलग-अलग जगहों पर इसी तरीके से योजना को शुरू की जाएगी.
जल संरक्षण है बड़ी चुनौती
कार्यक्रम की शुरुआत कर रहे केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि उपलब्ध जल स्रोतों से मिलने वाले पानी के लिहाज से विश्व के परिप्रेक्ष्य में महज 4 फ़ीसदी हिस्सा ही भारत को मिल पाता है. ऐसे में हमारे सामने पानी को संरक्षित करने की बड़ी चुनौती है. बारिश सहित अन्य प्राकृतिक स्रोतों के उपलब्ध पानी के महज 8 फ़ीसदी हिस्से को ही हम रोक पाते हैं. ऐसे में हमें जमीन के अंदर जाने वाले बारिश के पानी की मात्रा को बढ़ाने की जरूरत है.
भूजल स्तर को बढ़ाने का किया जाएगा प्रयास
कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि योजना केंद्र सरकार के सहयोग से शुरू की गई है और इससे बाढ़ के पानी को रोका जाएगा. यह अभी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है. इस प्रयोग के सफल रहने पर अगले साल 1000 से 11,000 एकड़ जमीन में जलाशय का निर्माण कराकर बाढ़ के पानी को रोककर भूजल स्तर को बढ़ाने का काम किया जाएगा. जिससे पूरी दिल्ली में पीने के पानी की किल्लत को दूर किया जा सकेगा.