नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरा किया. उन्होंने कहा कि मार्च-अप्रैल 2024 तक भलस्वा लैंडफिल साइट को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भलस्वा लैंडफिल साइट में 80 लाख मीट्रिक टन कूड़ा था, उसमें से 30 लाख मीट्रिक टन कूड़ा दो साल में हटा दिया गया और दिसंबर तक 30 लाख मीट्रिक टन कूड़ा और हटा देने का टारगेट लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभी मौजूदा हालात में रोज 6000 मीट्रिक टन कूड़ा हटाया जा रहा है, जिसकी रफ्तार को बढ़ाकर दोगुना करने का प्रयास किया जा रहा है. जल्दी ही 12,000 मीट्रिक टन कूड़ा रोज हटाया जाएगा.
भलस्वा लैंडफिल साइट ना सिर्फ भलस्वा बल्कि करीब इसके 3 से 4 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या है. यहां से निकलने वाला प्रदूषण और प्रदूषित पानी कई तरीके की बीमारियों का कारण बनता जा रहा है. लोगों को इससे दमा, टीबी, चर्म रोग और कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां हो रही है. इसको देखते हुए आम आदमी पार्टी ने नगर निगम चुनाव में भलस्वा लैंडफिल साइट के कूड़े के पहाड़ को हटाने का वादा किया था. इसी के मद्देनजर केजरीवाल गुरुवार को इसका निरीक्षण करने पहुंचे.
बता दें, नगर निगम चुनाव (एमसीडी) में कूड़े का पहाड़ एक बड़ा मुद्दा बना था और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के सभी कूड़े के पहाड़ को हटाने का वादा किया था. जब से नगर निगम में आम आदमी पार्टी की जीत हुई है, उसके बाद से लगातार अलग-अलग लैंडफिल साइट पर खुद मेयर शैली ओबरॉय सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ कूड़े के पहाड़ों पर जाकर उसका जायजा ले रहीं है. लैंडफिल साइट के पूरी तरह खत्म होने से यहां रह रहे लोगों को नारकीय जीवन से छुटकारा मिलेगी.
ये भी पढ़ेंः Helicopter Crashed : अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना का चीता हेलीकॉप्टर क्रैश