नई दिल्ली: दिल्ली के बुराड़ी में इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में बने दो छठ घाटों की हालत खराब स्थिति में है. एक घाट दिल्ली सरकार से रजिस्टर्ड है तो दूसरा निजी जमीन पर बना हुआ है, जहां श्रद्धालु दशकों से पर्व मानते आ रहे हैं. बुराड़ी इलाके का यह सबसे बड़ा सरकारी छठ घाट है. लोगों का कहना है कि दिल्ली सरकार ने भले ही छठ पर्व की तैयारियां शुरू कर दी है लेकिन दिल्ली सरकार की ओर से श्रद्धालुओं के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए गए हैं.
हर बार छठ घाट की सफाई (cleaning of chhath ghat) खुद इलाके के लोग अपने निजी प्रयासों से कराते हैं. समिति के लोग खुद ही संसाधन जुटाते हैं. केवल दिल्ली सरकार की ओर से अंतिम समय मे टेंट और लाइट की व्यवस्था की जाती है. बाकी सारा काम समिति के लोगों को ही करना पड़ता है. बुराड़ी इलाके के इस घाट पर 15 से 20 हजार श्रद्धालु छठ पर्व को मनाने के लिए आते हैं और अब दो साल के लंबे अंतराल के बाद बड़े स्तर पर छठ महापर्व का आयोजन किया जा रहा है, जिसको लेकर लोगों में खुशी का माहौल है.
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बुराड़ी इलाके की बात करें तो यहां पर करीब 8 से 10 छठ घाट है. इलाके के सभी छठ घाटों की हालत बदहाल अवस्था में है. किसी भी तरह से इनकी सफाई के इंतजाम सरकार द्वारा नहीं किए गए हैं. लोगों का कहना है कि अब 10 दिन का समय बचा है, जेसीबी से तालाब की सफाई की जा रही है, जनरेटर से गंदे पानी को बाहर निकाला जाएगा और तब इसमें साफ पानी भरा जाएगा. ऐसे तैयारी करने में काफी समय लगेगा.
छठ समितियों के आयोजकों की मांग है कि सरकार छठ महापर्व के आयोजन के लिए उचित व्यवस्था करें. ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना ना करना पड़े. बता दें कोरोना के दो साल के लंबे अंतराल के बाद बड़े स्तर पर दिल्ली में 30 अक्टूबर को छठी मैया का पर्व मनाया जाएगा.
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