नई दिल्ली: भलस्वा लैंडफिल साइट इलाके में उड़ने वाली धूल प्रदूषण फैलने का सबसे बड़ा कारण बन चुकी है. दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे डस्ट फ्री अभियान की नगर निगम का लैंडफिल साइट धज्जियां उड़ा रहे हैं. शिकायत के बाद भी उसका कोई निवारण नहीं हुआ है.
भलस्वा लैंडफिल साइट में उड़ने वाली धूल प्रदूषण के स्तर को बढ़ा रही है. इस लैंडफिल साइट को हटाने के लिए वादे तो सभी पार्टियों ने किए, लेकिन अब तक साइट को हटाया नहीं गया है. जब यहां आग लगती है तो करीब पांच किमी के दायरे में इसका धुआं फैलता है, जिसकी वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है. साथ ही इससे लोग खतरनाक बीमारियों के शिकार भी हो रहे हैं.
दिल्ली में बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने भी चिंता जताई और डस्ट फ्री दिल्ली नाम से एक अभियान चलाया. जिसकी शुरुआत पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने की.
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हालांकि नगर निगम भलस्वा लैंडफिल साइट पूरे इलाके में प्रदूषण फैला रहा है. गंदगी सड़कों तक आने लगी है, जिसकी वजह से जब यहां से गाड़ियां निकलती हैं तो धूल का गुबार फैलता है.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के सदस्य और निगम पार्षद अजय शर्मा द्वारा नगर निगम पर सीधे तौर पर आरोप लगाए गए कि दिल्ली सरकार जो भी अच्छे काम करती है. उस पर नगर निगम रोड़े अटका में का काम करता है, जिससे जनता का नुकसान हो रहा है.
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कई साल पहले इस नगर निगम के भलस्वा लैंडफिल साइट को हटाने का वादा किया गया था. वह वादा तो पूरा नहीं हुआ, लेकिन दिन-प्रतिदिन यहां फैलने वाला प्रदूषण बढ़ता गया. हर तरीके से लोग परेशान हो रहे हैं. यह लैंडफिल साइट वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण तीनों की ही जनक है. इलाके में बीमारी का भी सबसे बड़ा कारण भी है.