नई दिल्ली: राजधानी में ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर से बड़ा असर हुआ है. ईटीवी भारत ने यतीम बच्चों को लेकर (help orphan children) एक मुहिम चलाई है, जिसमें अनाथ या यतीम बच्चों सरकार की तरफ से दी जाने वाली तमाम योजनाओं का लाभ दिलाने का बीड़ा उठाया है. ईटीवी भारत इन मासूम बच्चों की आवाज बना है. बुराड़ी विधानसभा के नत्थूपुरा अमन कॉलोनी में रहने वाले यतीम बच्चों की खबर दिखाये जाने के बाद बचपन बचाओ आंदोलन के डायरेक्टर बच्चों से मिलने पहुंचे और और इन बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा उठाने की बात कही.
बुराड़ी विधानसभा के नत्थूपुरा अमन कॉलोनी में रहने वाले यह मासूम यतीम बच्चे दो वक्त की रोटी के लिए डर बदर घूम रहे थे. ईटीवी भारत ने इन मासूम बच्चों आर्थिक स्तिथि को देखते हुए मदद करने के लिए खबर को प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद बचपन बचाओ आंदोलन के डायरेक्टर मनीष शर्मा खुद उनके घर पहुंचे और ईटीवी भारत का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि इन बच्चों की पढ़ाई-लिखाई व रहन- सहन से लेकर तमाम खर्चा बचपन बचाओ आंदोलन संस्था उठाएगी. वहीं इनमें से दो बच्चों को जयपुर के एक बाल आश्रम में भेजने की बात भी कही. जहां पर वह बच्चे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर एक अपने जीवन को सुधार सकेंगे.
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यदि बच्चे बचपन बचाओ आंदोलन के साथ जाने के लिए तैयार होते है, तो उनके जीवन-यापन का खर्चा बचपन बचाओ आंदोलन संस्था उठाएगी. यदि बच्चे अपने परिवार से अलग नहीं होना चाहते हैं तो बचपन बचाओ आंदोलन संस्था खुद दिल्ली सरकार की तमाम मुहिम को बच्चों तक पहुंचाएगी. ये वादा बचपन बचाओ आंदोलन की तरफ से किया गया है.
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कोरोना ने कई बच्चों से उनके माता-पिता का सहारा छीन लिया है. दिल्ली सरकार भी जो योजनाएं बनाती हैं, वह योजनाएं बच्चों तक नहीं पहुंच रही हैं. इसके लिए हम सभी को इन बेसहारा यतीम बच्चों की मदद करनी होगी. बता दें कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार ने काफी योजनाएं यतीम बच्चों के लिए बनाई है लेकिन यह सरकारी सुविधायें बच्चों को समय पर नहीं मिल पाती, जिसकी वजह से इन जैसे मासूम बच्चों का भविष्य अंधेरे में भटक जाता है.
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