नई दिल्ली: दिल्ली के अशोक नगर में हुए तिहरे हत्याकांड में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें से तीन आरोपियों की गिरफ्तारी बिहार से की गई है. पुलिस ने बदमाशों के पास से काफी मात्रा में कैश, ज्वैलरी, महंगी घड़ियां और नकद रुपये और मोबाइल बरामद किया है.
दिल्ली वेस्ट जिले के डीसीपी घनश्याम बंसल ने बताया कि आरोपी जयपुर भाग गए थे. वेस्ट जिले की ऑपरेशन सेल और हरी नगर थाने की टीम जयपुर गई, लेकिन ये वहां से भाग कर बिहार चले गए थे. पुलिस टीम बिहार पहुंची और वहां से सबसे पहले रमजान उर्फ सद्दाम की गिरफ्तारी की.
उनके पास से ₹100000 भी बरामद किए गए. इसके बाद टीम (Delhi Triple Murder) को लीड मिली और एक आरोपी की गिरफ्तारी मधुबनी जिले के एक गांव से की गई. जबकि इस तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी अनिल उर्फ अमित महतो जिसकी उम्र महज 18 साल है, उसकी गिरफ्तारी बिहार के समस्तीपुर जिले के छतौना गांव से की गई. जहां वह अपनी बहन के घर छुपा हुआ था.
जिले के डीसीपी से मिली जानकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी अनिल उर्फ अमित महतो ने बताया कि सैलून के मालिक शालू और समीर को यह बात पता चली कि उसी की सैलून में काम करने वाली एक लड़की से उसके संबंध हैं. इसके बाद उन्होंने उसे गालियां दीं और उसके साथ खूब कहासुनी की. इस दौरान आरोपी अनिल ने समीर की कई गर्लफ्रेंड होने की बात कही. इसके बाद समीर काफी गुस्से में आ गया और आरोपी अमित को उसकी गर्लफ्रेंड के सामने खूब गालियां दी और दोनों को नौकरी से निकाल दिया.
आरोपी अनिल उर्फ अमित ने बदला लेने की योजना बनाई और फिर अपने कुछ दोस्तों को पैसे का लालच देकर इस घटना को अंजाम देने की चर्चा की, जिसके लिए सभी तैयार हो गए. उसने पूछताछ के दौरान यह भी बताया कि 10 दिन पहले भी उसने इस वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी, लेकिन समीर घर पर नहीं था. जिस दिन उसने वारदात को अंजाम दिया, उसे इस बात की जानकारी थी कि उस रात द्वारका में परिवार एक पार्टी में गया हुआ है और समीर ने काफी ड्रिंक की हुई है. इसके बाद सुबह-सुबह वह मृतक के घर सैलून की चाबी देने और अपने बचे हुए पैसे के हिसाब के लिए वहां पहुंचा.
घर में घुसने के बाद उसने अपने दूसरे साथियों को बुलाया जो बाहर गेट पर थे. उसके बाद सबसे पहले इन लोगों ने मिलकर शालू का गला काट दिया. तभी नौकरानी सपना वहां आ गई, जिसे बदमाशों ने पकड़ लिया और उसे भी मार दिया. इसके बाद वे ऊपर के हिस्से में गए, जहां रमजान ने समीर ओझा के सिर पर लोहे के तवे से वार किया, जबकि बाकी साथियों ने उसके शरीर पर चाकुओं से हमला किया. अपराधी समीर और शालू की छोटी बेटी को भी मारना चाहते थे. लेकिन अमित महतो जब काम करता था तब उसे उस बच्ची से लगाव था, जिसके कारण उसने ऐसा करने से मना कर दिया और बच्ची को उठाकर दूसरे रूम में सुला दिया. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने घर की तलाशी ली और 15 लाख रुपए, तीन महंगी घड़ियां, एक लैपटॉप और शालू की ज्वेलरी चुराकर आपस में बांट लिया. अमित ने सीसीटीवी का डीवीआर भी निकाल लिया.
ये भी पढ़ें: ग्रेटर कैलाश के एक घर में लूटपाट के लिए आए 4 चोर रंगे हाथों गिरफ्तार, 50 लाख के सोने के आभूषण बरामद
वेस्ट जिले के ऑपरेशन सेल और हरी नगर थाने की तेजतर्रार पुलिस वालों की टीम ने बिहार के तीन अलग-अलग जिलों की खाक छानी, तब जाकर मुख्य आरोपी के साथ-साथ दो अन्य आरोपियों की जानकारी मिल पाई. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक समीर की पहली पत्नी कोलकाता में रहती है और मृतक सट्टा भी चलाता था. और इस सिलसिले में वह द्वारका आता जाता था हालांकि इस बात की पड़ताल अभी की जानी है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप