नई दिल्ली: दिल्ली के कंझावाला मामले में पांचों आरोपियों को चार दिन के लिए कस्टडी में भेजा गया. पुलिस ने सात दिन के लिए कस्टडी की मांग की थी. लेकिन कोर्ट न चार दिन के लिए ही कस्टडी की बात मानी. इन चार दिनों में पुलिस 13 किमी रूट की जांच करेगी. साथ ही फोन की सीडीआर जांच दोबारा की जाएगी. आरोपियों की तीन दिन की पुलिस कस्टडी का समय गुरुवार को पूरा हो गया था. उनको गुरुवार को रोहिणी कोर्ट में पेश किया गया. (accused produced in Rohini court today), जहां पुलिस ने रिमांड को बढ़ाने की मांग की थी. इस दौरान दो और आरोपियों के नाम सामने आए है, जिसकी गिरफ्तारी को लेकर भी जांच की जाएगी.
पुलिस का कहना है कि आरोपियों द्वारा सच्चाई को छुपाया जा रहा है. पुलिस की पूछताछ में कुछ आरोपियों ने बताया कि पीड़ित युवती अंजलि गाड़ी के नीचे आ गई है. वहीं, कुछ ने इस बात से इनकार कर दिया. उनको थाने में रखने के बजाए किसी और जगह रखा है. संभावना यह है कि उनको वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया जाएगा. हालांकि, इस पर अभी विचार किया जा रहा है. इतना ही नहीं, पूरे मामले की सच्चाई को सामने लाने के लिए पुलिस, कोर्ट से पांचों आरोपियों के लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की भी मांग कर सकती है. क्योंकि इसी तरीके से पूरे मामले का सच सामने आ सकता है. फिलहाल पुलिस की जांच और पूछताछ लगातार जारी है.
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यह है मामला: दरअसल 31 जनवरी की रात 20 वर्षीय युवती अंजलि एक हादसे में कार के नीचे आ गई थी. लेकिन कार चालक युवती के कार के नीचे आने के बावजूद उसे 13 किलोमीटर तक घसीटते रहे. मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनसे पूछताछ की जा रही है. वहीं दिल्ली सरकार ने परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद के साथ परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया है. बुधवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मिलने के बाद, पीड़िता के परिवार से निर्भया की मां भी मिलने पहुंची. इस दौरान उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी.
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