नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली सहित देश की सभी अदालतों में मुकदमों का भारी बोझ है. मुकदमों की अधिक संख्या के चलते लोगों को न्याय मिलने में वर्षों लग जाते हैं. इसी तरह राजधानी दिल्ली की जिला अदालतों में कामकाज का बोझ कम करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट ने यहां की अलग-अलग जिला अदालतों में 32 नए कोर्ट स्थापित किए हैं. इससे अब मामलों की सुनवाई में तेजी आएगी और पहले से चल रहे कोर्ट के ऊपर मुकदमों का कुछ बोझ कम होगा.
बताया जा रहा है कि नए खोले गए कोर्ट में सबसे अधिक आठ कोर्ट कड़कड़डूमा कोर्ट परिसर में स्थापित किए गए हैं. इसके अलावा तीस हजारी, साकेत और द्वारका कोर्ट परिसरों में स्थापित किए गए हैं.
हाईकोर्ट में दाखिल हुई थी याचिकाः दिल्ली में बड़ी संख्या में कमर्शियल कोर्ट में मामले लंबित होने को लेकर अधिवक्ता अमित साहनी ने हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर दिल्ली में और कमर्शियल कोर्ट खोलने की मांग की थी, जिससे मामलों का जल्द निपटारा हो सके. उन्होंने याचिका में कहा था कि दिल्ली को किसी कमर्शियल मामले के निपटारे में 747 दिन लगते हैं. जबकि, दूसरे देशों में कमर्शियल मामलों के निस्तारण में 164 दिन लगते हैं.
साहनी ने कोर्ट को बताया था फरवरी 2022 तक दिल्ली के कमर्शियल कोर्ट में कुल 26 हजार 959 मामले दर्ज थे. साहनी की याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश सतीश चन्द्र शर्मा और न्यायाधीश सुब्रह्मण्यम प्रसाद की पीठ ने दिल्ली सरकार को छह महीने के अंदर 42 नए कमर्शियल कोर्ट खोलने का आदेश दिया था. इसी के तहत अब 32 कोर्ट में से सात कमर्शियल कोर्ट भी खोले गए हैं.
पोक्सो के आठ, मोटर एक्सीडेंट क्लेम के दो, छह फास्ट ट्रैक कोर्ट, चार एडीजे कोर्ट, चार एएसजे कोर्ट और एक एनडीपीएस कोर्ट खोला गया है. कड़कड़डूमा कोर्ट के अधिवक्ता राजीव तोमर ने बताया कि नए कोर्ट खुलने से मामलों के जल्द निपटारे में तेजी आएगी और लोगों को समयबद्ध तरीके से न्याय मिल सकेगा. अदालतों का बोझ भी इससे कम होगा.
किस कोर्ट परिसर में खुले कितने कोर्ट
कोर्ट | कोर्ट की संख्या | कोर्ट परिसर |
कमर्शियल कोर्ट | 7 | तीस हजारी |
पोक्सो कोर्ट | 8 | तीस हजारी, कड़कड़डूमा, साकेत |
फास्ट ट्रैक कोर्ट | 6 | तीस हजारी |
एडीजे कोर्ट | 4 | कड़कड़डूमा, साकेत |
एएसजे कोर्ट | 4 | साकेत, तीस हजारी |
एमएसीटी कोर्ट | 2 | कड़कड़डूमा, साकेत |
एनडीपीएस कोर्ट | 1 | कड़कड़डूमा |
दिल्ली की अदालतों में लंबित पोक्सो और कमर्शियल मुकदमें
केस | किस समय तक | लंबित केस की संख्या |
कमर्शियल केस | फरवरी 2022 तक | 26, 959 |
पोक्सो के केस | मई 2023 तक | 4,369 |