नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा कल राजधानी दिल्ली के चिंताजनक हालात पर ली गई उच्च स्तरीय बैठक के बाद कई अहम निर्णय लिए गए हैं. जिसमें उत्तरी दिल्ली नगर निगम(NMCD) के अंतर्गत आने वाले सबसे बड़े अस्पताल बाड़ा हिंदूराव अस्पताल को कोरोना अस्पताल में तब्दील करने का निर्णय भी लिया गया है.
आपको बता दें कि बाड़ा हिंदू राव अस्पताल को कोरोना अस्पताल में तब्दील करने के बाद राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध बेड की संख्या में लगभग 980 बेड की वृद्धि हो गई हैं.
हिंदूराव में 209 मरीज भर्ती
वर्तमान समय में बाड़ा हिंदूराव अस्पताल के अंदर 209 मरीज एडमिट है, जिन्हें नगर निगम अपने दूसरे अस्पताल जैसे कस्तूरबा अस्पताल, राजन बाबू टीबी अस्पताल और गिरधारी लाल अस्पताल के अंदर शिफ्ट करने जा रही है और यह प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी. बहरहाल, बाड़ा हिंदूराव अस्पताल के अंदर एडमिट मरीज फिलहाल कस्तूरबा हॉस्पिटल जाने से कतरा रहे हैं क्योंकि कस्तूरबा अस्पताल पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद क्षेत्र के अंदर स्थित है और यहां पर कोरोना के अधिक मामले पिछले कुछ दिनों में सामने आए हैं. जिसके बाद मरीज इस अस्पताल में जाने से कतरा रहे हैं. साथ ही कुछ मरीजों को भी अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा रहा हैं, जिसको लेकर मरीजों के परिजन अब परेशान हैं.
देखा जाए तो राजधानी दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों की वजह से बनी चिंताजनक स्थिति को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सबसे बड़े अस्पताल बाड़ा हिंदूराव अस्पताल कोरोना अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है. जिसके बाद दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए बेड की संख्या में लगभग 980 बेड की वृद्धि हो गई है. लेकिन हिंदू राव अस्पताल में एडमिट मरीज कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कस्तूरबा अस्पताल में जाने से कतरा रहे है.