नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है. वैसे ही बीजेपी को हराने के लिए पूरा विपक्ष इकट्ठा हो गया है. इसी कड़ी में विभिन्न छात्र संगठन, एसएससी आंदोलन से जुड़े लोग, डॉक्टर और विभिन्न युवा संगठन ने बीजेपी को हराने मोर्चा खोल लिया है. पढ़ें ये रिपोर्ट...
बीजेपी के पिछले 5 साल के कार्यकाल का जवाब लेने के लिए युवा 'यंग इंडिया' के बैनर तले सड़को पर उतरेंगे. इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से होगी. इस बारे में जानकारी देते हुए आइसा राष्ट्रीय अध्यक्ष सुचिता दे ने बताया कि पिछले पांच सालों में रोजागर के आकड़ों में गिरावट आई है.
विपक्ष के सर्मथन में होगा प्रचार
सुचिता डे ने कहा कि जितने भी विपक्ष के लोग लोकसभा चुनाव में खड़े होंगे, उन सभी के समर्थन में प्रचार करने के लिए जाएंगे. इसके साथ ही युवाओं को देश मे फैले बेरोजगारी के बारे में जागरूक करेंगे. ताकि देश का युवा इस बार के चुनाव में सही उम्मीदवार का चयन कर सके. जिससे की युवाओं को आने वाले पांच सालों तक उच्च शिक्षा और रोजगार मिल सके.
निकाला अधिकार मार्च
जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष एन साई बालाजी ने कहा कि हमने सात फरवरी को यंग इंडिया अधिकार मार्च निकालकर राजनीतिक दलों को युवाओं की मांगों को लेकर एक चार्टर सौंपा था.
'अपने वादे भूल गई बीजेपी'
उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए बीजेपी ने सत्ता में आने के लिए जो भी चुनावी वादे किए थे, वह उसे भूल गयी है. हम उन्हीं के वादों को लेकर जनता के बीच जाएंगे और जुमले बाज सरकार, सम्प्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए देश के युवाओं को एकजुट करेंगे.
नफरत की राजनीति
इसकी शुरुआत हम नजीब अहमद के बदायूं से करेंगे, क्योंकि RSS विचारधारा के लोगों ने जेएनयू में नफरत की राजनीति करने की कोशिश की, जिसका शिकार हमारा साथी नजीब अहमद हुआ है.
शिक्षा पर GDP का 10% प्रतिशत हो खर्च
वहीं CYSS के सदस्य सुमित ने बताया कि हम यंग इंडिया अधिकार मार्च के साथ है. देश के युवाओं को धोखा देने वाली इस केंद्र सरकार को सत्ता से उखाड़ फेकेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है की बीजेपी को छोड़कर किसी की भी सरकार बने वह शिक्षा पर जीडीपी का 10 फीसदी खर्च करे.