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दिल्ली में ट्रांसजेंडर पर होगी वर्कशॉप, मेडिकल पाठ्यक्रमों में बदलाव का प्रयास

कोविड-19 के (COVID-19) दौरान ट्रांसजेंडर को स्वास्थ्य संबंधी कौन-कौन सी परेशानियों को सामना करना पड़ा. वैक्सीन की उपलब्धता और कोविड-19 को लेकर उनका अनुभव किस प्रकार का रहा. ट्रांसजेंडर पर काम कर रही जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय (Jamia Hamdard University) की डॉ. अक्सा शेख ने बताया कि इसे जानने के लिए दिल्ली समेत दो शहरों में में वर्कशॉप (Workshop) आयोजित की जाएगी.

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Published : Jul 1, 2021, 10:49 PM IST

Workshop on transgender will be held in two cities including Delhi
ट्रांसजेंडर

नई दिल्ली : हेल्थ रिसर्च के गैर सरकारी संगठन संगत कोविड-19 (COVID-19) के दौरान ट्रांसजेंडर को स्वास्थ्य संबंधित किस तरह की परेशानी आई उनका किस तरह से अनुभव रहा है. इसके अलावा मेडिकल पाठ्यक्रम में ट्रांसजेंडर को लेकर किस तरफ से और सुधार किया जा सकता है, जिससे कि उन्हें मेडिकल सुविधाओं के लिए परेशानी न आए. इसको लेकर देश के तीन हिस्सों में वर्कशॉप आयोजित की जाएगी. बता दें कि यह प्रोजेक्ट यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो द्वारा फंडेड है. यह जानकारी ट्रांसजेंडर पर काम कर रही जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय (Jamia Hamdard University) की डॉ. अक्सा शेख ने दी.


वहीं डॉ. अक्सा शेख ने बताया कि दो प्रोजेक्ट के तहत काम किया जा रहा है, जिसमें ट्रांस केयर कोविड-19 के तहत ट्रांसजेंडर को कोविड-19 में किस तरह से परेशानी आई. इसके अलावा उनका कोविड-19 (COVID-19) को लेकर किस प्रकार का अनुभव रहा. क्या उन्हें आसानी से वैक्सीन अन्य जरूरी चीजें मिल पा रही हैं या नहीं पर शोध किया जाएगा.

ट्रांस केयर को मेडिकल में आ रही परेशानियों पर चर्चा

वहीं डॉ. अक्सा शेख ने बताया ट्रांसकेयर मेड एड के तहत देश के तीन हिस्सों में वर्कशॉप (Workshop) आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह वर्कशॉप दिल्ली, भोपाल और मणिपाल में आयोजित की जाएगी. साथ ही कहा कि इस वर्कशॉप के तहत ट्रांस केयर को मेडिकल में आ रही परेशानियों पर चर्चा की जाएगी.

ये भी पढ़ें-ट्रांसजेंडर समुदाय में अब तक सिर्फ 5.22 फीसदी लोगों को ही लगा टीका

उन्होंने कहा कि इस चर्चा में जो बात निकलकर आएगी. उसके माध्यम से मेडिकल पाठ्यक्रम में बदलाव कराने का प्रयास रहेगा, जिससे कि ट्रांसजेंडर को स्वास्थ्य सुविधाओं के दौरान परेशानी का सामना न करना पड़े.


ये भी पढ़ें-नोएडा: नार्थ इंडिया का पहला ट्रांसजेंडर मेट्रो, 'प्राइड' नाम से पहचाना जाएगा

ये भी पढ़ें-ट्रांसजेंडर के अधिकारों के संरक्षण पर केंद्र ने लिखा राज्यों को पत्र

नई दिल्ली : हेल्थ रिसर्च के गैर सरकारी संगठन संगत कोविड-19 (COVID-19) के दौरान ट्रांसजेंडर को स्वास्थ्य संबंधित किस तरह की परेशानी आई उनका किस तरह से अनुभव रहा है. इसके अलावा मेडिकल पाठ्यक्रम में ट्रांसजेंडर को लेकर किस तरफ से और सुधार किया जा सकता है, जिससे कि उन्हें मेडिकल सुविधाओं के लिए परेशानी न आए. इसको लेकर देश के तीन हिस्सों में वर्कशॉप आयोजित की जाएगी. बता दें कि यह प्रोजेक्ट यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो द्वारा फंडेड है. यह जानकारी ट्रांसजेंडर पर काम कर रही जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय (Jamia Hamdard University) की डॉ. अक्सा शेख ने दी.


वहीं डॉ. अक्सा शेख ने बताया कि दो प्रोजेक्ट के तहत काम किया जा रहा है, जिसमें ट्रांस केयर कोविड-19 के तहत ट्रांसजेंडर को कोविड-19 में किस तरह से परेशानी आई. इसके अलावा उनका कोविड-19 (COVID-19) को लेकर किस प्रकार का अनुभव रहा. क्या उन्हें आसानी से वैक्सीन अन्य जरूरी चीजें मिल पा रही हैं या नहीं पर शोध किया जाएगा.

ट्रांस केयर को मेडिकल में आ रही परेशानियों पर चर्चा

वहीं डॉ. अक्सा शेख ने बताया ट्रांसकेयर मेड एड के तहत देश के तीन हिस्सों में वर्कशॉप (Workshop) आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह वर्कशॉप दिल्ली, भोपाल और मणिपाल में आयोजित की जाएगी. साथ ही कहा कि इस वर्कशॉप के तहत ट्रांस केयर को मेडिकल में आ रही परेशानियों पर चर्चा की जाएगी.

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उन्होंने कहा कि इस चर्चा में जो बात निकलकर आएगी. उसके माध्यम से मेडिकल पाठ्यक्रम में बदलाव कराने का प्रयास रहेगा, जिससे कि ट्रांसजेंडर को स्वास्थ्य सुविधाओं के दौरान परेशानी का सामना न करना पड़े.


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