नई दिल्ली/हैदराबाद: पूरे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को करीब एक दशक बाद महिला के तौर पर मेयर मिला है. इससे पहले एमसीडी तीन भागों में बंटी थी, जिस कारण अलग-अलग मेयर होते थे. उनके दिल्ली मेयर के रूप में निर्वाचित होने के साथ ही उनकी समृद्ध शैक्षिक पृष्ठभूमि भी मीडिया में सुर्खियां बटोर रही है. 39 वर्षीय शैली ओबेरॉय अकेली ऐसी महिला नहीं हैं, जिन्होंने पुरुषों के वर्चस्व को तोड़ा है. भारत की सबसे कम उम्र की मेयरों में से अधिकांश नेता महिला हैं. इस सूची में शैली भी शामिल हो गई हैं. आइए जानते हैं सबसे कम उम्र की महिला मेयर के बारे में.
- आर्य राजेंद्रनः आर्य राजेंद्रन देश की सबसे कम उम्र की मेयर हैं. वह 2020 में केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम की मेयर चुनी गई थीं. तब वह महज 21 साल की थी. वह मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्य भी हैं. उन्होंने यूडीएफ उम्मीदवार श्रीकला को 2,872 मतों से पराजित किया था. राजेंद्र अब 24 साल की हो चुकी हैं. उनकी शादी बालूस्सेरी विधानसभा से विधायक केएम सचिन देव के साथ हुई है.
- मेकाला कव्याः तेलंगाना में मेडचल के जवाहरनगर नगर निगम में 2019 में मेयर चुनी गईं थी. तब वह 26 साल की थी. काव्या भारत राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सदस्य हैं. अब वह 31 साल की हो चुकी हैं. उन्होंने 2017 में सॉफ्टवेयर इंजीनियर से शादी की थी. उनकी एक बेटी भी है.
- तसनीम बानोः यह मैसूर की पहली मुस्लिम महिला मेयर बनी थीं. वह 31 साल की उम्र में 2020 में मेयर चुनी गई थीं. वह जनता दल (एस) की सदस्य हैं. पहले वह कांग्रेस की उम्मीदवार थी. 2013 में वह पहली बार पार्षद बनीं थी.
- नूतन राठौड़ः नूतन उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद नगर निगम की मेयर 2017 में चुनी गई थी. तब उनकी उम्र 31 साल थी. उन्होंने तब एआईएमआईएम की उम्मीदवार मसरूर फातिमा को पराजित किया था. नूतन भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं. उनके पिता वकील हैं और लंबे समय तक बीजेपी के समर्थक रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः Shelly Won mayor Election: शैली ओबेरॉय बोलीं- केजरीवाल की 10 गारंटी को पूरा करूंगी
महिला महापौर की सूची बड़ी लंबी है. इस सूची में कोल्लम नगर निगम की सबीता बेगम (23) 2000 में मेयर चुनी गई थी. सालेम सिटी नगर निगम की मेयर रेखा प्रियदर्शिनी बनीं थी. उनकी उम्र तब 24 साल थी. उन्होंने 2006 से 2010 तक इस पद पर रही थी. वह पहली मेयर बनी थीं जो अनुसूचित जाति से संबंध रखती थी.